प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा है कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाने पर हर हाल में यथोचित जवाब देने में सक्षम है। मुख्यमंत्रियों से कोविड-१९ पर वर्चुअल बैठक से पहले पीएम मोदी ने यह बात कही है। इस मौके पर पीएम, गृह मंत्री अमित शाह, सभी मुख्यमंत्रियों ने चीन के साथ खूनी झड़प में शहीद हुए देश के २० सैनिकों को याद करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा।
बैठक शुरू होने से पहले चीन से तनाव को लेकर कहा कि हम किसी भी स्थिति का यथोचित जवाब देने में सक्षम हैं। मोदी ने कहा – ”हमारे शहीदों के विषय में देश को इस बात का गर्व है वे मारते-मारते मरे हैं। हमारी सेना किसी भी स्थिति का सामना करने में सक्षम है। किसी को भ्रम में नहीं रहना चाहिए।
मोदी ने कहा कि ”हम किसी को उकसाते नहीं, और देश की रक्षा से हमें कोई रोक नहीं सकता। हम यथोचित जवाब देने में सक्षम हैं। संप्रभुत्ता से हम कोई समझौता नहीं कर सकते”। पीएम ने कहा कि हमारे सैनिकों का वलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
मोदी ने कहा – ”हमारी हमेशा पूरी मानवता के कल्याण की कामना रही है। हमने हमेशा पड़ौसियों के साथ सहयोग से मिलकर काम किया है। उनके विकास और कल्याण की कामना की है। मतभेद भी रहे, फिर भी प्रयास किया है कि हमारे मतभेद विवाद में न बदलें”।
पीएम ने कहा कि ”हम कभी को उकसाते नहीं लेकिन हम अपने देश की अखंडता और सम्प्रभुत्ता के साथ समझौता नहीं करते। जब भी समय आया है, हमने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। तपस्या हमारा चरित्र और संस्कृति का हिस्सा है लेकिन इसके साथ ही वीरता भी हमारा चरित्र है”।
इसके बाद मोदी ने वर्चुअल मीटिंग में उपस्थित सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि खड़े होकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाये।