वायुसेना के जोधपुर एयरबेस में मंगलवार को भारतीय वायुसेना में देश में बना पहला हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर शामिल हो गया हैं। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी भी शामिल रहें।
हेलीकॉप्टर को हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने बेंगलुरु में निर्मित किया हैं। इस हेलीकॉप्टर का वजन केवल 6 टन है और पहाड़ी इलाको में आसानी से अपनी फुल कैपेसिटी में मिसाइल और दूसरे हथियारों के साथ ऑपरेट करने में सक्षम हैं।
इस हेलीकॉप्टर की बॉडी और रोटर्स को इस प्रकार बनाया गया है कि इन पर गोली का कोई खास असर नहीं होगा। इसे सियाचिन से लेकर रेगिस्तान तक के अलावा समुद्र में भी तैनात किया जा सकता हैं। इसकी आगे की रचना पतली है जिससे इस पर हवा का दबाव कम रहें और उसकी स्पीड प्रभावित न हो।
सूत्रों के अनुसार टॉप स्पीड करीब 270 किलोमीटर प्रति घंटा हैं। इसमें फाइटर प्लेन की तरह ही दो पायलट आगे पीछे बैठते हैं जबकि सामान्य हेलीकॉप्टर में दो पायलट अगल-बगल बैठते हैं। एलसीएच ध्रुव से समानता रखता है और इसमें कई में स्टील्थ विशेषता, बख्तर सुरक्षा प्रणाली, रात को हमला करने और आपात स्थिति में सुरक्षित उतरने की क्षमता भी हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि, “मैं कल 3 अक्टूबर को जोधपुर, राजस्थान में स्वदेश में विकसित पहले हल्के कॉमेट हेलीकॉप्टरों (एलसीएच) के प्रेरण समारोह में भाग लेने के लिए रहूंगा। इन हेलीकॉप्टरों के शामिल होने से भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता को काफी बढ़ावा मिलेगा। ”