ब्रिटिश राजकोष के चांसलर रहे ऋषि सुनक ने बोरिस जॉनसन की प्रधानमंत्री और कंजरवेटिव पार्टी के नेता पद से इस्तीफे के बाद इस पद के लिए दावेदारी पेश की है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा – ‘मैं कंजरवेटिव पार्टी का अगला नेता और आपका प्रधानमंत्री बनने के लिए खड़ा हूं। आइए विश्वास बहाल करें, अर्थव्यवस्था का पुनर्निर्माण करें और देश को फिर से जोड़ें।’ सुनक यदि नेता चुने जाते हैं तो ब्रिटिश पीएम बनने वाले भारतीय मूल के पहले नेता होंगे।
सुनक ब्रिटेन के उन पहले मंत्रियों में शामिल हैं जिन्होंने बोरिस जॉनसन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इस्तीफा दे दिया था। बता दें सुनक के दादा-दादी भारत के पंजाब से ब्रिटैन आए थे। उन्होंने अगस्त 2009 में भारतीय अरबपति और इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से विवाह किया था। उनकी दो बेटियां हैं।
ट्वीट पर अपने वीडियो संदेश में सुनक (49) ने अपनी दादी की कहानी साझा की, जो बेहतर जीवन की तलाश में इंग्लैंड के लिए एक विमान में सवार हुई थीं। ऋषि ने कहा – ‘वह एक नौकरी खोजने में कामयाब रहीं। लेकिन उसके पति और बच्चों को इसका पालन करने के लिए पर्याप्त पैसा बचाने में करीब एक साल लग गया। परिवार मेरे लिए सब कुछ है।’
याद रहे सुनक के राजकोष के चांसलर के रूप में इस्तीफे ने ही वास्तव में बोरिस जॉनसन के इस्तीफे का रास्ता साफ़ किया। इसके बाद इस्तीफों की झड़ी लग गयी। और आखिर जॉनसन को जाना पड़ा।