उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव में मिली भाजपा को जीत को लेकर भाजपा के नेताओं का मानना है कि अगर उत्तर प्रदेश की तर्ज पर और रणनीति के तहत चुनाव अन्य राज्यों में लड़ा जायेगा। तो भाजपा को लगातार जीत मिलती रहेगी और जनाधार भी बढ़ता रहेगा।
भाजपा के नेताओं ने तहलका को बताया कि भाजपा 2018 में राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में चुनाव हार गई थी। वजह चुनाव का प्रबंधन सही नहीं था और न ही जो भाजपा का परम्परागत वोट बैंक है। उसको सही तरीके से भाजपा मैनेज नहीं कर पायी थी। लेकिन पार्टी अब भली-भाँति जान गई है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी। क्योंकि कांग्रेस का इन दोनों राज्य मेंं सत्ता-शासन है। और कांग्रेस का जनाधार दिन व दिन गिरता जा रहा है। अन्य कोई राजनीतिक दल वहां पर भाजपा के मुकाबले में नहीं है।
भाजपा आलाकमान से लेकर स्थानीय स्तर के नेता ये मानते है। अगर अभी से चुनाव की तैयारी कर ली जाये तो चुनाव में जीत हासिल की जा सकती है।बताते चलें उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों के समर्थन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई जनसभाएं की है। तो वहीं छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता रमन सिंह ने भाजपा के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे।
जानकारों का कहना है कि छत्तीसगढ़ का उत्तर प्रदेश से पुराना नाता है । चाहे व कामगार के रूप में हो या व्यापारिक गतिविधियों के लिये हो। इस लिहाज दोनों प्रदेशों की राजनीति का मिला जुला असर चुनाव में देखने को मिलता है। वहीं राजस्थान में यह कहावत है जो एक टर्म सरकार बना लेता है। उसको दूसरे टर्म वहां की जनता आसानी से मौका नहीं देती है। इस लिहाज से राजस्थान में कांग्रेस की जगह जनता भाजपा को मौका दे सकती है।