भगवान राम करुणा और न्याय हैं ; घृणा और   अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते : राहुल गांधी

अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं और वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं। साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि राम करुणा और न्याय हैं, और वे कभी घृणा या अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।
राहुल गांधी ने एक ट्वीट करके यह बात कही है। उन्होंने कहा कि राम प्रेम हैं। वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते। राम करुणा हैं। वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते।  राम न्याय हैं। वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते। याद रहे पीएम मोदी ने आज सुबह राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास किया।

अपने ट्वीट में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं। वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं।

याद रहे कांग्रेस महासचिव और यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी मंगलवार को भूमि पूजन से पहले एक बयान में कहा था कि भगवान राम सबमें हैं और सबके हैं। उन्होंने कहा था कि पांच अगस्त को अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए होने जा रहा भूमि पूजन राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बनना चाहिए।

एक ट्वीट में प्रियंका गांधी ने यह भी कहा था – ”राम साहस हैं, राम संगम हैं, राम संयम हैं, राम सहयोगी हैं। राम सबके हैं, राम सबमें हैं। भगवान राम सबका कल्याण चाहते हैं। इसीलिए वे मर्यादा पुरुषोत्तम हैं।

कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा – ”5 अगस्त को रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम रखा गया है। भगवान राम की कृपा से यह कार्यक्रम उनके संदेश को प्रसारित करने वाला राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का कार्यक्रम बने।  जय सियाराम।’

राहुल गांधी का ट्वीट –
@RahulGandhi
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम सर्वोत्तम मानवीय गुणों का स्वरूप हैं। वे हमारे मन की गहराइयों में बसी मानवता की मूल भावना हैं। राम प्रेम हैं। वे कभी घृणा में प्रकट नहीं हो सकते। राम करुणा हैं। वे कभी क्रूरता में प्रकट नहीं हो सकते। राम न्याय हैं। वे कभी अन्याय में प्रकट नहीं हो सकते।