दुनिया की सबसे बड़ी विमानन कम्पनी बोइंग ने सभी देशों में अपने ७३७ मैक्स ८ विमानों को उड़ने से रोकते हुए इन्हें वापस ले लिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के अपने देश के ऊपर से बोइंग ७३७ मैक्स ८ विमानों के उड़ने पर रोक के फैसले के बाद बोइंग कम्पनी ने अपने इस मॉडल के विमान वापस लेने का ऐलान किया है।
खुद अमेरिकन एयरलाइन्स के पास इस मॉडल के २४ विमान हैं जिन्हें अब प्रतिबंधित कर दिया गया है। बोइंग ने स्वीकार किया है कि जांच से जाहिर हुआ है कि इस मॉडल के विमानों में कुछ गड़बड़ियां हैं। बोईंग के मुताबिक इसके सबूत जांच में मिले हैं।
इथोपियन जहाज़ दुर्घटना के बाद बोइंग ७३७ मैक्स ८ को लेकर कई देशों ने इनकी उड़ान पर रोक का ऐलान किया था। भारत में बोइंग ७३७ मैक्स ८ विमानों के उड़ने पर रोक के बाद गुरूवार को यात्रियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा है। इस पाबंदी का असर स्पाइसजेट एयर और जेट एयरवेज की उड़ानों पर पड़ा है। स्पाइसजेट के १२ जबकि जेट एयरवेज के भी बोइंग ७३७ मैक्स ८ विमान अब उड़ नहीं पाएंगे। लिहाजा इनकी उड़ाने रद्द हुई हैं। इससे हवाई यात्रा भी महंगी हुई है।
स्पाइजेट की तरफ से एक बयान में कहा गया है कि मैक्स विमानों के ग्राउंड होने के बाद उसने बुधवार को इन विमानों से संबंधित १४ उड़ाने कैंसिल की हैं। इसकी भरपाई के लिए वह गुरुवार से अतिरिक्त उड़ानें संचालित करेगी। स्पाइसजेट के कुल ७६ विमानों के फ्लीट में १२ बोइंग ७३७ मैक्स ८ हैं। कम्पनी के मुताबिक जिन यात्रियों की उड़ानें रद्द हुई हैं उनमें से ज्यादातर को स्पाइसजेट की ही दूसरी उड़ानों में समायोजित किया जा रहा है।
उधर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने जानकारी दी है कि गुरुवार को ३०-३५ उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। लिहाजा सरकार ने दूसरी एयरलाइनों से यात्रियों को समायोजित करने को कहा है। गौरतलब है कि बुधवार को ही डीजीसीए ने शाम चार बजे से इन विमानों की आवाजाही बंद कर दी थी। नागरिक विमानन मंत्रालय ने तमाम एयरलाईंस की बैठक बुलाकर उनसे स्पाइसजेट के प्रभावित यात्रियों को यथासंभव समायोजित करने को कहा।