उत्तर प्रदेश के हिस्से वाले बुन्देलखंड की 19 विधानसभा वाली सीटों में सुबह 10 बजे तक के रूझानों में सपा और भाजपा के बीच काफी कांटे की टक्कर रही है। भाजपा को बुन्देलखंड में 2017 में 19 में 19 सीटो पर जीत मिली थी।
इस बार 2022 के चुनाव के पहले भी भाजपा को लगने लगा था कि चुनाव में 2017 वाला दबदबा नहीं रहेगा। फिलहाल जो भी रूझान भाजपा के पक्ष में आ रहे है।उससे भाजपा काफी खुश है।भाजपा के नेताओं ने तहलका को बताया कि जिस प्रकार विरोधी दल भाजपा की हार को लेकर जो बातें कर रहे थे। वे सारी बातें व्यर्थ गयी है।
सपा का मानना है जब तक पूरी तरह से चुनाव परिणाम घोषित नहीं हो जाते है। तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता है। खैर चुनाव में जो भी परिणाम बुन्देलखंड में सामने आये । पर पूरे प्रदेश मेंं भाजपा की ही सरकार बन रही है। इससे भाजपा गदगद है।जहां तक बसपा और कांग्रेस का सवाल है। सो इन दोनों के नेताओं और चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों का पहले ही पता चल गया था। कि चुनाव में उनका बुन्देलखंड में कोई जनाधार नहीं दिख रहा है।लेकिन बसपा और कांग्रेस ने यहां चुनाव अपने अस्तित्व बनाये रखने के लिये ही लड़ा था।
सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि प्रदेश में बुन्देलखंड राज्य को लेकर जरूर भाजपा के विरोध में जो माहौल बना था। लेकिन वो सारा का सारा माहौल धरा का धरा ही रह गया है। लोगों ने दोबारा भाजपा के पक्ष में अपना मतदान कर बता दिया है कि प्रदेश में योगी बाबा की सरकार बनेगी। सुबह से ही बुन्देलखंड के नेताओं के बीच सरकार बनाने के लेकर हलचल तेज हो गयी थी। बुन्देलखंड में चुनाव परिणामों के बीच रूझान आ रहे थे। तब सपा और भाजपा के बीच काफी तीखीं झड़पें हुई है। और ईवीएम मशीनों पर हेरा-फेरी के आरोप लगाये गये।