हरियाणा में एक कारोबारी ने 1.60 करोड़ रुपये बीमा की रकम हड़पने और कर्जदारों से छुटकारा पाने के लिए अपनी ही मौत की कहानी गढ़ डाली, पर इसमें नाकाम साबित हुआ। नाटकीयत की शुरुआत मंगलवार रात को हरियाणा के हिसार जिले से शुरू हुई। शुरुआत में बताया गया कि हांसी में लूट की वारदात के बाद कारोबारी राममेहर को कार में बंद कर जिंदा जला दिया गया।
राममेहर के परिजनों ने पुलिस को बताया था कि उन्होंने आखिरी बार मोबाइल से की फोन काॅल में कहा था कि जल्दी आ जाओ, मेरी जान खतरे में है…दो बाइकों पर सवार लोग मुझे मार डालेंगे…।’ पुलिस ने जब इसकी जानकारी मिली तो वह मौका ए वारदात पर पहुंची। वहां उसे जली कार में कंकाल बन चुका शव मिला। अगले दिन खबरें छपीं कि कारोबारी से 11 लाख रुपये लूटकर कार समेत जिंदा जला दिया। लेकिन तीन दिन बाद कहानी पूरी तरह से पलट गई। कारोबारी वारदात के बाद छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जिंदा मिला। पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर हांसी ले आई। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी नमूने लिए और कार की हालत देखकर उन्हें शुरू से ही शक हो गया था यह किसी निजी स्वार्थ का मामला लग रहा है।
पुलिस पूछताछ में ड्रामे का अंत हुआ और कई चैंकाने वाले खुलासे हुए। दरअसल पुलिस को कारोबारी की कॉल डिटेल की जांच में उसकी एक महिला मित्र का नंबर ट्रैस हुआ। उसी से पूछताछ के बाद पुलिस कारोबारी को पकड़ने में सफल रही। जांच में पता चला कि डिस्पोजल फैक्ट्री संचालक राममेहर ने कुछ समय पहले 1.60 करोड़ की दो बीमा पॉलिसी करवाई थीं। उस पर अच्छा खासा कर्ज भी है, जिससे वह निजात पाना चाहता था। हरियाणा की पुलिस ने पड़ताल की कि कार में जला मिला शख्स कौन था? आशंका है कि शव किसी कोरोना मरीज का हो, जिसे पैसे लेकर खरीदा गया हो।