फिल्म ‘बदला’ एक ऐसी कहानी है जो बदला लेने के तौर-तरीके समझने पर है। अभिनय में नामी अमिताभ बच्चन वकील हैं। जिन्हें उस महिला से उन हालातों को समझना है जिसके कारण उसके प्रेमी की कार दुर्घटना में मौत या हत्या हो गई। शादीशुदा इस महिला का पति और बच्चा भी है। पुलिस को संदेह महिला पर है सवाल है क्या वह बरी होगी?
तापसी पन्नू ने उस महिला की भूमिका अदा की है। अमिताभ बच्चन उसकी ओर से बादल गुप्त नाम के वकील हैं। क्या वे कामयाब हो पाते हैं। यह जानने-समझने में कि कार से टक्कर में तापसी के प्रेमी की मौत हुई। यह मौत दुर्घटना ही थी या हत्या। इसे जानना और उसके रहस्यों से परतें हटाने का काम वकील की भूमिका में अमिताभ बच्चन के जिम्मे है। कहानी का रोमांच आखिर तक बना रहता है और फिल्म में एक के बाद दूसरी घटना उभरती है जो पूरे मामले को रहस्यमय और रोमांचक बनाए रखती है।
पूरी फिल्म में जिस तरह तापसी ने संवाद अदायगी की है। वह वाकई अद्भूत है। उनके प्रेमी की दुर्घटना में मौत क्या हत्या थी यह जानना ज़रूरी है। अमिताभ पूरी दास्तान समझने के लिए तर्क-वितर्क, बातचीत और बहस से पाठक को भी साथ ले लेते हैं। उधर तापसी ने अभिनय के विभिन्न रूपों को कौशन से पेश किया है। पूरी फिल्म को रोमांचक बनाए रखने में उनकी खासी भूमिका है।
बदला मे वकील के कौशल को खुफिया तौर पर जानना-समझना, हालातों को फिर से तकनीकी आधार पर देखने और सबूत जुटाने का पूरा प्रयास अमिताभ के अभिनय से दिखता है। फिल्म वाकई तारीफ लायक है।
इस फिल्म में अमृता सिंह पंजाबी मां की भूमिका में खासी सराहनीय हैं। मलयाली अभिनेता टोनी ल्यूक जो तापसी के पे्रमी हैं। उनकी यह पहली हिंदी फिल्म है। अपने छोटे अभिनय में भी उन्होंने काफी बेहतर भूमिका निभाई है।
‘बदला’ फिल्म स्पैनिश क्राइम थ्रिलर ‘द इंविंसिबिल गेस्ट’ का बॉलीवुड रीमेक है। फिल्म निर्देशक सुजाय घोष ने इसे बेखूबी निर्देशित किया है। उन्होंने भारतीय परिवेश में इस फिल्म को देखने लायक बनाया है। फिल्म की ज़्यादातर शूटिंग यूरोपीय लोकेशन में हुई है। फिल्म देखने लायक है।
तहलका ब्यूरो