पश्चिम बंगाल में हाल में एक मंत्री के पार्टी छोड़ने के बावजूद अगले साल होने वाले चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी टीएमसी को ताकत देने में जुटी हुई हैं। अब सोमवार को गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम, गिरी गुट ) ने भाजपा पर जबरदस्त हमला करते हुए विधानसभा चुनाव में टीएमसी को समर्थन देने का ऐलान किया है।
ममता बनर्जी को जनता से किये वादे पूरे करने वाला नेता बताते हुए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के नेता रोशन गिरी ने कहा कि प्रदेश की जनता भी चाहती है और हम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता में वापस लेकर आएंगे। गिरी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने 2009 से 2020 तक गुट को धोखा दिया और अपने किसी भी वादे पर खरी नहीं उतरी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने कहा कि ममता भाजपा से अलग हैं और वो अपने वादे पूरे करती हैं। गिरी ने कहा – ‘हमने यह तय किया है कि हम भाजपा को हराएंगे। उसने हमें धोखा दिया। भाजपा ने 2009 से 2020 तक हमारी एक भी मांग पूरी नहीं की। हम उत्तर बंगाल में ममता बनर्जी का समर्थन करेंगे। हम उन्हें तीसरी बार सीएम के रूप में देखना चाहते हैं। वह अपने वादे पूरे करती हैं।’
गिरी ने दार्जिलिंग इलाके में एक रैली में कहा – ‘भाजपा सरकारों ने लगातार तीन लोकसभा चुनावों से पहले गोरखाओं को आश्वासन दिया था कि पहाड़ियों में राजनीतिक संकट हल हो जाएगा, लेकिन कुछ भी नहीं किया गया। वास्तव में वे एक स्थायी राजनीतिक समाधान खोजने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं रखते हैं।’
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता ने कहा कि गोरखाओं के आने पर केंद्र त्रिपक्षीय वार्ता को एक पूर्वापेक्षा क्यों बनाता है? तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड के निर्माण के लिए त्रिपक्षीय वार्ता की आवश्यकता नहीं थी। उन्होंने कहा – ‘भाजपा के कारण गोरखाओं को 15 साल का नुकसान हुआ। अक्टूबर में गोरखा नेता बिमल गुरुंग के नेतृत्व वाले जीजेएम ने एनडीए छोड़ दिया और टीएमसी के साथ गठबंधन कर लिया, उन्होंने कहा कि भाजपा पहाड़ियों के लिए “एक स्थायी समाधान खोजने में विफल रही।’
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता ने साफ़ कहा कि वे गोरखालैंड की अपनी मांग नहीं छोड़ रहे हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में उस पार्टी को समर्थन देंगे जो अलग राज्य की हमारी मांग को मानेगी।