कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी लगातार यूपी पर फोकस कर रही हैं और परदे के पीछे की राजनीति में भी वे सक्रिय हैं। प्रियंका चार दिन के दौरे पर उत्तर प्रदेश में हैं और लगातार कार्यकर्ताओं के अलावा और भी कई वर्गों के प्रतिनिधियों से संपर्क साध कर बैठकें कर रही हैं।
प्रियंका रविवार को लख़नऊ पहुंचीं। सुबह चार दिवसीय दौरे पर पहुंचीं। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने दिन में सबसे पहले लोकसभा उम्मीदवारों के साथ बैठक की। इसके बाद उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों समेत कई कर्मचारी संगठनों से मुलाकात की। बातचीत के दौरान उन्होंने कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया।
बाद में उन्होंने मीडिया विंग के साथ अलग से बैठक कर प्रवक्ताओं, टीवी पैनलिस्टों के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा की। दिनभर की बैठक के बाद शाम को वह सड़क मार्ग से ही प्रयागराज के लिए रवाना हो गईं। प्रयागराज से सोमवार को वह बहुप्रतिक्षित गंगा यात्रा की शुरूआत करेंगी।
प्रियंका लोगों से सीधा संपर्क करने के लिए पत्र का भी सहारा ले रही हैं। लखनऊ पहुंचने से पहले प्रियंका ने एक पत्र जारी किया। इसमें उन्होंने कहा -”प्रदेश की राजनीति में एक ठहराव के कारण आज युवा, महिलाएं, किसान, मजदूर परेशानी में हैं। वे अपनी बात अपनी पीड़ा साझा करना चाहते हैं। लेकिन राजनीतिक गुणा- गणित के शोर में युवाओं, महिलाओं, किसानों व मजदूरों की आवाज प्रदेश की नीतियों से पूरी तरह गायब है।’
उन्होंने कहा – ”इस धरती से आत्मिक रुप से जुड़ी रही हूं। मैं मानती हूं कि प्रदेश में किसी भी राजनीतिक परिवर्तन की शुरूआत आपकी बात सुने बगैर आपकी पीड़ा साझा किए बगैर नहीं हो सकती है। इसलिए सीधा आपसे एक सच्चा संवाद करने मैं आपके द्वार पहुंच रही हूं।”
प्रियंका ने पात्र में लिखा – ”मैं आपको विश्वास दिलाना चाहती हैं कि आपकी बातों को सुनकर सच्चाई व संकल्प की बुनियाद पर हम राजनीति में परिवर्तन लाएंगे। हमें एक साथ मिलकर आपके मुद्दों को हल करने की तरफ बढ़ेंगे। गंगा सच्चाई और समानता का प्रतीक है। और हमारी गंगा-जमुनी संस्कृति का चिन्ह है। वे किसी से भेदभाव नहीं करतीं। गंगा जी उत्तरप्रदेश का सहारा है। मैं गंगा जी का सहारा लेकर भी आपके बीच पहुंचूंगी।’
प्रियंका सोमवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे प्रयागराज में संगम जाकर पूजा-अर्चना करेंगी। प्रयागराज जिले के छतनाग, दुमदुमा, सिरसा और कौधरिया इलाकों में लोगों से मिलेंगी। जहां सड़क है वहां कार से जाएंगी और नदी से सटे गांवों में स्टीमर से पहुंचेंगी। वे सोमवार को ही प्रयागराज से भदोही के सीतामणी और रामपुर घाट होते हुए मिर्जापुर के विंध्याचल पहुंचेंगी। वे यहां कालीन बुनकरों से लेकर वकीलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी। वहीं रात्रि विश्राम करेंगी। इससे पहले वे यहां एक मंदिर भी जाएंगी।
मंगलवार को वे विंध्याचल से निकल कर मौलाना इस्माइल चिश्ती की मजार पहुंचेंगी। पूरे दिन प्रियंका मिर्जापुर के ग्रामीण और शहरी इलाकों में जनसंपर्क करेंगी। शाम को रोड शो होगा।
प्रियंका बुधवार सुबह वाराणसी पहुंचेंगी। रास्ते में शीतला माता मंदिर के दर्शन भी करेंगी। वाराणसी में सबसे पहले प्रियंका सुल्तानकेश्वर पहुंचेंगी। वहां से प्रशासन की अनुमति मिली तो स्टीमर के जरिए रामनगर जाएंगी। वहां, प्रियंका मल्लाहों से मिलेंगी। प्रियंका पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक घर भी जाएंगी। वे पुलवामा हमले के शहीद महेश यादव के परिजनों से भी मिलेंगी।
कांग्रेस नेता प्रियंका जैन धर्म के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगी और फिर बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगी। वहां से प्रियंका दशाश्वमेध घाट पहुंचेंगी और मंदिरों में पूजा अर्चना करेंगी। उनका कार्यकर्ताओं के साथ होली मिलन का कार्यक्रम भी रखा गया है।