अजीब विडम्बना कहे, कि सरकार की अनदेखी के चलते भारत जैसे संस्कृति और सभ्यता वाले देश में पोर्न फिल्मों पर रोक होने के बावजूद आज भी धड़ल्ले से पोर्न फिल्मों का कारोबार जमकर फल-फूल रहा है। तमाम साइट पर पोर्न फिल्म देखी जा रही है।
चौंकाने वाली बात तो ये है। कि इन पोर्न फिल्मों की शूटिंग दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई शहरों में होती है। और इन फिल्मों को बनाने वाले फिल्म बनाकर के विदेश में भेज देते है। क्योंकि कई देशों में पोर्न फिल्मों को वैध माना जाता है। लेकिन भारत में अवैध। ऐसे में सैक्स रैकेट करने वाले पोर्न फिल्म को बनाकर भारत में ईमेल और पेन ड्राईव के जरिये भेज देते है। ताकि पुलिस और कानून की नजर से बच सकें। भारत में कानूनी तौर पर पोर्न फिल्म अवैध है। और कई देशों में वैध है। जिसका यहां पर कुछ लोग जमकर फायदा उठा रहे है।
आरजेडी दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि इन पोर्न फिल्म का जो रैकेट चला रहे है। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये। इस रैकेट को चलाने वाले देश की भोली-भाली लड़कियों और महिलाओं को लालच देकर फंसा कर उनके साथ बलैक-मेल करते है। और शारीरिक शोषण भी करते है। बाद में फिल्म बनाकर बेचते है।
समाजसेवी व महिला उत्थान से जुड़े विनोद कुमार पटेल का कहना है कि देश में तेजी से पोर्न फिल्म का रैकेट चल रहा है। जिसमें स्कूली छात्राओं और कामकाजी महिलाओं को लालच-प्रलोभन देकर अपने चुगंल में फंसा लेते है। उनके साथ अत्याचार और शारीरिक शोषण करते है। उसके बाद में फिल्म बनाते है। और बैलेक मेल करते है। कई बार तो महिलाये बलैक-मेल होने से बचने के लिये और समाज के डर से अपनी जान तक दे देती है। लेकिन जो अपराधी है वो बच निकलता है।
विनोद कुमार पटेल का कहना है कि पोर्न फिल्म का जो रेकेट चला रहे है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये जो भी इस तरह के काम में दोषी पाये जाये तो उसको फांसी की सजा होनी चाहिये। उन्होंने बताया कि पोर्न फिल्म के कारोबार में बड़े-बड़े आपराधिक लोग जुड़े है जिनका फिल्मी कनेक्शन भी है।
उन्होंने आगे बताया कि जो पोर्न फिल्मों का रैकेट चला रहे है। वो अपनी पकड़ व पहुंच के चलते तो बचने का प्रयास करते है। जिसका नतीजा ये है कि आज भी पोर्न फिल्मों का कारोबार जमकर पनप रहा है। उनका कहना है कि इस मामले में पुलिस और सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि महिलाओं के साथ अत्याचार और ब्लैकमेलिंग को रोका जा सकें।