फ्रांस की राजधानी पेरिस में ८०० साल पुराना चर्च नोट्रे-डेम कैथेड्रल भीषण आग की भेंट चढ़ गयी है। मुख्य ढांचा, हालांकि, बचा लिया गया है, आग में यह ऐतिहासिक इमारत खाक हो गई है।
पेरिस स्थित ये चर्च क्रिश्चयन आस्था का अहम केंद्र है। आग की लपटों की वजह से १३वीं सदी में बने इस चर्च की इमारत ध्वस्त हो गई। हालांकि घटना में किसी जानी नुकसान की सूचना अभी तक नहीं है। घटना पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत दुनिया के कई नेताओं ने गहरा दुख जताया है।
राष्ट्रपति मैक्रों ने एक भावुक संदेश में कहा – ”हमारे वजूद के एक हिस्से को जलता हुआ देखकर मुझे बेहद तकलीफ हो रही है।” फ्रांस सरकार के एक जूनियर मंत्री लॉरेंट न्यूनेज ने बताया कि अभी आग के कारणों पर टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी। फ्रांस पुलिस इस घटना को महज एक हादसा मानकर चल रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कैथेड्रल में मरम्मत का काम चल रहा था और आग की वजह यही हो सकती है। पेरिस के मेयर ने कहा कि अंदर कई कलात्मक कृतियां हैं, ये वास्तविक रूप से एक ट्रेजेडी है। पेरिस की ये धरोहर दुनिया के सबसे प्राचीन कैथेड्रल में से एक है। हर साल लाखों लोग यहां घूमने आते हैं। इस इमारत की नक्काशी और कलाकारी आश्चर्य में डालने वाली है। इस गिरिजाघर को संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया हुआ है।