हनुमान जयंती के अवसर पर जहांगीरपुरी में हुई दो समुदायों के बीच हुई तीखी झड़प के बाद से जहांगीरपुरी के सी, बी और ए ब्लॉक में रहने वालों ने तहलका संवाददाता को बताया कि कुछ उपद्रवियों की वजह से पूरा समाज पीड़ित होता है।
आज यहां पर रहने वाले लोगों के अंदर भय है और तनाव है कि अभी तो पुलिस है कल पुलिस और कहीं ड्यूटी में होगी तो क्या होगा। क्योंकि मंदिर और मस्जिद में लोगों का आना-जाना रहता है। सी ब्लॉक में रहने वाले हेमराज का कहना है कि दोनों समुदायों के बीच जो तनाव बना है वो जल्दी से दूर होने वाला नहीं है। हेमराज का कहना है कि जहांगीरपुरी में अब स्थाई तौर पर अक्सर तनाव देखने को मिलेगा। वजह साफ क्योंकि सियासत करने वाले ऐसे है जो दोनों समुदाय के बीच तनाव का माहौल बनाने से नहीं चूकेगें।
परचून की दुकान चलाने वाले किशोर कुमार साहू का कहना है कि उनकी दुकान दो दिनों से बंद है। डर लगता है कि कहीं उनके ऊपर ही हमला न कर दें। कुछ लोगों ने तो नाम न छापने पर बताया कि डर का माहौल तो ऐसा है कि लोगों ने अपने घरों में कई-कई दिनों का राशन रखना शुरू कर दिया है।
समाजसेविका पूनम का कहना है कि काम धंधा कोरोना के चलते वैसे ही मंदा पड़ा हुआ है। उस पर ये दो समुदाय के बीच जंग जिससे यहां पर रहने वाले परिवार आज सदमें है। उनके बच्चे स्कूल में पढ़ने नहीं जा पा रहे है। टीचर जो ट्यूशन पढ़ाने को आते है। वे नहीं आ रहे है। उनका कहना है कि पुलिस का पहरा भले ही दोनों समुदाय के बीच शांति बनाये हुये है। लेकिन कहीं-कहीं ये तनाव अंदर-अंदर पनप रहा है। ऐसे में दोनों समुदाय के लोगों को मिल बैठकर समाधान निकालना होगा। अन्य़था राजनीतिक लोगोें के चलते मामला पूरा सियासी हो जायेगा। जो कभी भी हिंसक रूप ले सकता है।