राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा पिछले ६-७ साल में पंचायतों का स्वरुप बदला है और पहले जो ब्रॉडबैंड कनेक्शन कुछ हजार ही पंचायतों तक था, वह आज १.२५ लाख से ज्यादा पंचायतों तक पहुँच गया है। मोदी ने कहा कि वह चाहते हैं कि पंचायत, जिले और राज्य आत्मनिर्भर बनें, ताकि अपनी जरूरतों के लिए उन्हें बाहर का मुंह न देखना पड़े। इस बीच खबर है की पीएम २७ अप्रैल को एक बार फिर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सकते हैं।
इधर पंचायती राज दिवस पर पीएम मोदी ने कहा कि मजबूत पंचायतें आत्मनिर्भर बनने की नीव हैं। कहा कि सरकार ने पंचायती राज की व्यवस्थाओं को आधुनिक बनाने के लिए लगातार काम किया है। आज सवा लाख से ज्यादा पंचायतों तक ब्रॉडबैंड कनेक्शन पहुंच गया है और तीन लाख कॉमन सर्विस सेंटर काम कर रहे हैं।
पीएम ने इस मौके पर पंचायत प्रतिनिधियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग भी की।
उन्होंने कहा कि शहर और गांव की दूरी कम करने के लिए सरकार ने ई-ग्राम स्वराज और हर ग्रामवासी के लिए स्वामित्व योजना नाम से दो प्रोजेक्ट शुरू किए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ई-स्वराज पोर्टल और ई-ग्राम स्वराज ऐप भी लॉन्च किया। इसमें पंचायत से जुड़ी सभी जानकारियां मौजूद होंगी। मोदी ने कहा – ”कोरोनावायरस ने हमारे सामने कई मुसीबतें खड़ी की हैं। महामारी ने यह सबक भी दिया है कि देश को अब आत्मनिर्भर बनना ही पड़ेगा। इसके बिना ऐसे संकट को झेलना मुश्किल हो जाएगा।”
पीएम ने कहा कि ई-ग्राम स्वराज ऐप पंचायतों का लेखाजोखा रखने वाला सिंगल डिजिटल प्लेटफार्म होगा। पंचायत के विकास कार्यों, उसके फंड और कामकाज की जानकारियां हर व्यक्ति को मिलेगी। इससे ट्रांसपरेंसी बढ़ेगी। उनहोंने कहा – ”स्वामित्व योजना के तहत गांवों में ड्रोन से एक-एक संपत्ति की मैपिंग की जाएगी। इससे लोगों के बीच झगड़े खत्म हो जाएंगे, विकास कार्यों को गति मिलेगी और शहरों की तरह इन संपत्तियों पर बैंक से लोन लिया जा सकेगा। अभी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत छह राज्यों में इस योजना को ट्रायल के तौर पर शुरू कर रहे हैं। फिर इसे देश के हर गांव में लागू किया जाएगा।”
इस बीच खबर है कि पीएम मोदी २७ अप्रैल को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं। लॉक डाउन -२ की अवधि ३ मई को ख़त्म हो रही है लिहाजा पीएम मुख्यमंत्रियों से फ्रीडबैक ले सकते हैं।