कांग्रेस राजस्थान चुनाव से कुछ महीने पहले उभरी गहलोत-पायलट के बीच दूरियां ख़त्म करने की तैयारी में जुट गयी है। पायलट दिल्ली में हैं और उनकी गुरूवार शाम पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ बैठक हुई है। पार्टी ने इस मसले को हल करने का जिम्मा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता कमलनाथ को सौंपा है जो कल दिल्ली पहुंच गए थे।
जानकारी के मुताबिक कमलनाथ ने वेणुगोपाल से मुलाकात कर इस मसले पर चर्चा की है साथ ही पायलट से मिले हैं। माना जाता है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पायलट मामले में किसी तरह का समझौता करना नहीं चयहते और पार्टी वे उन्होंने कहा है कि वे कांग्रेस को राज्य में दोबारा सत्ता में लाने के लिए दृढ़प्रतिज्ञ हैं।
अब कमलनाथ के साथ वेणुगोपाल और पायलट के मुलाकात हुई है और माना जा रहा है कि पार्टी का निर्देश है कि किसी भी सूरत में यह मसला हल किया जाए। कमलनाथ के साथ पायलट के बेहतर रिश्ते रहे हैं और यही कारण है कि उन्हें यह जिम्मा दिया गया है।
प्रियंका गांधी, जो पायलट को राजनीतिक रूप से संरक्षित करती हैं, से भी कमलनाथ बात कर सकते हैं। राहुल गांधी खुद इस मसले पर नजर रखे हुए हैं। हाल में जो ख़बरें आई थीं कि पायलट के खिलाफ अनुशासन की कार्रवाई की जा सकती है, उसे टाल दिए जाने की पूरी संभावना है। कमलनाथ ने इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन से बात की है।
पायलट को लेकर पार्टी में उभर आई थी जब कुछ दिन पहले उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सिंधिया की सरकार के समय हुए कथित भ्रष्टाचार की जान की मांग गहलोत सरकार से की थी क्योंकि उनका कहना था कि सत्ता में आने से पहले यह वादा जनता से किया गया था।