राफेल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का दावा अगर सही है तो यह मोदी सरकार के लिए किरकिरी साबित हो सकता है। राहुल ने दावा किया है कि मंगलवार को पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से मुलाकात के दौरान पर्रिकर ने उनसे साफ़ कहा है कि ”नए राफेल सौद्दे से उनका (पर्रिकर) कोइ लेना-देना नहीं है।”
राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए वहां बूथ स्तरीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा – ”दोस्तों, पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि नये सौदे से उनका कोई लेना-देना नहीं है, जिसे नरेन्द्र मोदी ने अनिल अंबानी के फायदे के लिए किया।” राहुल मंगलवार को पणजी में पर्रिकर से उनकी सेहत का हालचाल जानने के मिले थे।
पर्रिकर से मुलाकात के कुछ घंटे बाद राहुल का यह ब्यान आया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने मुलाकात के बाद अपने ट्वीट में यह साफ़ नहीं किया था कि पर्रिकर के साथ बैठक के दौरान राफेल के मुद्दे पर चर्चा हुई थी। हालाँकि बाद में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में उन्होंने उपरोक्त दावा किया है जिसपर अभी तक पर्रिकर की कोइ प्रतिक्रिया नहीं आई है।
राहुल लगातार राफेल को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं। दिसंबर में उन्होंने ‘‘गोवा ऑडियो टेप’’ का प्रेस कांफ्रेंस में खुलासा करके भाजपा को रक्षात्मक कर दिया था। दिलचस्प यह भी है कि पर्रिकर से अचानक मुलाकात से एक दिन पहले ही राहुल ने ट्वीट करके उनके ऑडियो मामले में उठाये सवाल पर मोदी सरकार पर हमला किया था। गौरतलब है कि टेप में दावा किया गया कि है कि ”पर्रिकर के पास राफेल को लेकर गोपनीय जानकारी” है। राहुल राफेल सौदे में मोदी के खिलाफ अपने दोस्त अनिल अम्बानी को कथित तौर पर ३० हजार करोड़ रुपये देने का आरोप लगाते रहे हैं।