गोआ के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर केंद्र सरकार ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। पर्रिकर का सोमवार शाम पूरे राजकीय सम्मान के साथ ५ बजे अंतिम संस्कार किया जाएगा।
कल सुबह 9.30 बजे से 10.30 बजे पणजी के भाजपा दफ्तर में पर्रिकर की पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद सुबह 10.30 बजे मनोहर पर्रिकर के पार्थिव शरीर को कला अकादमी लाया जाएगा, जहां पर शाम 4.00 बजे तक आम लोग अपने नेता को श्रद्धांजलि दे सकेंगे। शाम 4 बजे कला अकादमी से मीरामार तक मनोहर पर्रिकर की अंतिम यात्रा निकलेगी और ५ बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पर्रिकर के निधन पर राष्ट्रपति कोविंद, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं ने दुःख का इजहार किया है। केंद्र सरकार ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर सोमवार को राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी, केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य की राजधानियों में कल राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। सोमवार सुबह १० बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई है जिसमें परंपरा के मुताबिक पर्रिकर के निधन पर दुःख और उनके योगदान पर प्रशंसा का प्रस्ताव पास किया जाएगा।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पर्रिकर की शनिवार देर रात तबीयत बहुत बिगड़ जाने के बाद उन्हें जीवनरक्षक प्रणाली पर रखा गया। पर्रिकर के परिवार में दो पुत्र और उनका परिवार है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के तौर पर शुरुआत कर गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बनने वाले पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही। वे सभी दलों में सर्वस्वीकार्य नेता थे। गोआ में भाजपा उनके ही कारण मजबूत हुई।
पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर, 1955 को हुआ और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया। आईआईटी बंबई से स्नातक होने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे। सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से बीजेपी टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ। वह 2014 से 2017 तक मोदी सरकार में रक्षा मंत्री रहे।