जंतर मंतर पर यौन उत्पीड़न के आरोपों के साथ धरना दे रहीं महिला पहलवानों और अन्य को पंजाब की सबसे किसान यूनियन – भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) – का समर्थन मिला है। यूनियन से जुड़ी हजारों महिलाऐं अब दिल्ली में इन पहलवानों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेंगी।
जानकारी के मुताबिक गुरूवार को किये गए फैसले में कहा गया है कि यूनियन के
अध्यक्ष जोगिंदर सिंह उग्राहां के नेतृत्व में पंजाब से हजारों महिलाएं जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों का साथ देने पहुंच रही हैं। इसके अलावा 11, 12 और 13 को पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड में भी इनकी तरफ से बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
किसान नेता चौधरी नरेश टिकैत ने ट्वीट में बताया – ‘दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रहे पहलवानों के धरने पर पुलिस के दुर्व्यवहार के विरोध में ऐतिहासिक सर्वखाप मुख्यालय सौरम पर तत्काल में पंचायत बुलाई गई। इसमें खापों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सर्वसम्मति से 7 मई को दिल्ली चलने का फैसला किया।’
याद रहे पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे हैं। वे भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह, जो भाजपा के सांसद भी हैं, के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगा रहे हैं। धरने पर बैठे पहलवान बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
कल पहलवानों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर हाथापाई भी हुई थी। इस घटना में कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर पर चोटें आई थीं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिला पहलवानों के हक में आवाज उठाई है और लगातार भाजपा पर हमला कर रहे हैं।