हज़ारों हज़ार नाम आँखों के बीच सुषमा स्वराज बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गईं। उनकी अंतिम यात्रा में लाल कृष्ण आडवाणी, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायुडू, पीएम मोदी, अमित शाह और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद सहित कई बड़े- छोटे नेता शामिल हुए।
उनकी बेटी बांसुरी, पति स्वराज कौशल ने लोधी रोड स्थित शवदाह गृह में सुषमा की अंतिम रस्में पूरी कीं। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। बुधवार को अंतिम सफर पर निकलते हुए उनकी चिरपरिचित बड़ी सी लाल गोल बिंदी सुषमा के माथे पर दमक रही थी। ऐसा लग रहा था मानों लाल जोड़े में लिपटीं सुषमा अभी बोल पड़ेंगी।
उनके अंतिम संस्कार के मौके पर लाल कृष्ण आडवाणी, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायुडू, पीएम मोदी, गृह मंत्री/ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी, पूर्व मंत्री आनंद शर्मा सहित कई मंत्री, मुख्यमंत्री, विभिन्न दलों के नेता उपस्थित थे। इनके अलावा देश के कई हिस्सों से पार्टी कार्यकर्ता और आम लोग सुषमा के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
इससे पहले पीएम मोदी, सोनिया गांधी सहित तमाम बड़े नेताओं ने उनके आवास पर जाकर सुषमा को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने सुषमा स्वराज के निधन पर कहा कि भारतीय राजनीति के एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया।
मोदी ने ट्वीट किया – ”असाधारण नेता के निधन से भारत शोकाकुल है। हम भूल नहीं सकते कि कैसे पूर्व विदेश मंत्री बिना थके काम करती थीं। यहां तक कि जब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं था तब भी वह अपने काम के साथ न्याय करने के लिए जो कर सकती थीं करती थीं और अपने मंत्रालय के मसलों से वाकिफ रहती थीं।”
पीएम ने ट्वीट किया – ”भारतीय राजनीति में एक गौरवशाली अध्याय का अंत हो गया। भारत एक असाधारण नेता के निधन से शोकसंतप्त है, जिन्होंने जनसेवा और निर्धनों के जीवन में सुधार के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. सुषमा जी अपने आप में अलग थीं और करोड़ों लोगों के लिए प्रेरणास्रोत थीं।”