दिल्ली में गुरुवार को नेताजी की प्रतिमा के उद्घाटन से जुड़े कार्यक्रम के लिए मिले निमंत्रण पत्र की भाषा और उसे भेजने के तरीके से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बहुत नाराज हैं। एक अधिकारी की तरफ से मिले इस निमत्रण को लेकर ममता ने कहा – ‘जैसे कि मैं उनकी नौकर हूं।’ इसी आधार पर ममता ने कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।
कोलकाता में गुरुवार को एक रैली के दौरान ममता ने इस निमंत्रण पत्र भी भाषा को लेकर ऐतराज जताया। ममता ने कहा – ‘मुझे बुधवार को अवर सचिव का खत मिला था, जिसमें कहा गया था कि पीएम शाम 7 बजे नेताजी की प्रतिमा का उद्घाटन करेंगे और शाम 6 बजे आपको वहां होना चाहिए। जैसे कि मैं उनकी नौकर हूं। एक अंडर सेक्रेटरी एक मुख्यमंत्री को कैसे लिख सकता है? संस्कृति मंत्री इतने बड़े कैसे हो जाते हैं?’
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी के चलते उन्होंने आज यहां नेताजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। याद रहे दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आज शाम इंडिया गेट के पास नेताजी की प्रतिमा और सेंट्रल विस्टा का उद्घाटन करना है जिसके लिए ममता को भी निमंत्रण पत्र भेजा गया था।