देश में 14 अप्रैल तक कोरोना वायरस (कोविड-19) के 10 हज़ार 360 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। सरकारी सूत्रों की मानें, तो यह संख्या 10383 है। समस्या यह है कि अभी देश में नये मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी के मद्देनज़र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन पीरियड 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। प्रधानमंत्री के लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा के बाद लोग ग़ुस्सा निकालने लगे हैं। हालाँकि कुछ लोगों का कहना है कि कोरोना पीड़ितों की संख्या काफ़ी ज्यादा है और देश को इस बड़े संकट से इसी तरह बचाया जा सकता है, इसीलिए सरकार को लॉकडाउन का समय बढ़ाना पड़ा। वहीं कुछ लोग सरकार द्वारा कोई ठोस क़दम न उठाये जाने पर प्रधानमंत्री से सवाल पूछ रहे हैं। विदित हो कि 14 अप्रैल की सुबह प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्वीटर अकाउंट पर उन्होंने ट्वीट किया- ‘सभी का यही सुझाव है कि लॉकडाउन का बढ़ाया जाए। कई राज्य तो पहले से ही लॉकडाउन को बढ़ाने का फ़ैसला कर चुके हैं। साथियो, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा : पीएम’ इसके बाद उनका दूसरा ट्वीट आया, जिसमें लिखा- ‘यानी 3 मई तक हम सभी को, हर देशवासी को लॉकडाउन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं : पीएम’ इस मामले में कई राजनीतिज्ञों और कलाकारों ने प्रधानमंत्री पर टिप्पणी करनी शुरू कर दी है। कुछ ने प्रधानमंत्री पर सरकार की नाकामी छिपाने का आरोप लगाया है, तो कई ने उनके इस निर्णय का स्वागत किया है। वहीं सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर निंदा और बहस हो रही है। यूँ तो प्रधानमंत्री के देश से मुख़ातिब होने से पहले ही कुछ लोगों ने टिप्णियाँ शुरू कर दी थीं। उनके ख़ास प्रशंसक अनुपम ख़ैर ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर लिखा कि मुझे नहीं लगता हम में से किसी ने भी अपने जीवनकाल में कभी भी सुबह के 10 बजने का इतनी बेसब्री से इंतज़ार किया होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्या बोलेंगे 99 प्रतिशत लोगों को इसका अंदाज़ा है। लेकिन देश के प्रधान सेवक हमें सांत्वना देंगे और थोड़ी ऊर्जा भी। ये भी हम सब जानते हैं। अनुपम खैर का यह ट्वीट प्रधानमंत्री पर तंज जैसा लगता है। हालाँकि, सही भी है। क्योंकि, प्रधानमंत्री ने वाक़ई हमें सांत्वना दी और थोड़ा-सा हौंसला बढ़ाया यानी ऊर्जा दी। बाक़ी कुछ भी नहीं।
महाराष्ट्र 121 और उत्तर प्रदेश में 110 नये मामले
इधर कोरोना वायरस के पीड़ितों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। 14 अप्रैल की दोपहर तक देश भर में 1200 से अधिक नये मामले सामने आ चुके हैं और 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। महाराष्ट्र में नये मामलों की संख्या सबसे अधिक है। 14 अप्रैल की दोपहर तक कुल 121 नये मामलों की पुष्टि के साथ यहाँ कुल कोरोना वायरस पीड़ित मरीज़ों की संख्या 2455 पर पहुँच चुकी है। वहीं उत्तर प्रदेश में 110 नये मामले सामने आये हैं। इस समय महाराष्ट्र सबसे ज़्यादा संवेदनशील राज्य है। अकेले मुम्बई में 24 घंटे में 92 नये मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें नवी मुम्बई में 13, ठाणे में 10, वसाई विरार में 3 और रायगढ़ में एक मामले की पुष्टि हुई है। वहीं, उत्तर प्रदेश में 2634 कोविड-19 से पीड़ित संग्दिधों की जाँच की गयी, जिसमें 110 मरीज पॉजिटिव मिले। इसी के साथ उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की संख्या 650 से अधिक हो चुकी है।
दिल्ली में भी कोरोना वायरस के संग्धिग्धों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है। 13 अप्रैल तक यहाँ कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 1510 हो गयी थी। सोमवार यानी 13 अप्रैल को देश की राजधानी में 356 नये मामले सामने आये थे। दिल्ली में अब तक 28 मौते हो चुकी हैं। वहीं 30 लोग ठीक भी हुए हैं। यहाँ अभी जाँच जारी है। दिल्ली सरकार सड़कों पर सैनिटाइजर का छिड़काव भी करा रही है।
अगर दुनिया की बात करे, तो अभी तक कुल 19 लाख 20 हज़ार 918 मामलों की दुनिया भर में पुष्टि की जा चुकी है। इनमें से 4 लाख 53 हज़ार 289 लोग ठीक हो चुके हैं और एक लाख 19 हज़ार 686 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।