योग दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो संदेश के माध्यम से देश को संबोधित कर कहा कि, योग के विस्तार का मतलब वसुधैव कुटुंबकम की भावना का विस्तार है। भारत के आह्वान पर दुनिया के 180 से ज्यादा देशों का एक साथ आना, ऐतिहासिक है। 2014 में जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में योग दिवस का प्रस्ताव आया तब रिकॉर्ड देशों ने इसका समर्थन किया था। तभी से लेकर आज तक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के जरिए योग एक वैश्विक आंदोलन बन गया है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, योग के विस्तार का अर्थ है वसुधैव कुटुंबकम की भावना का विस्तार। इस साल की अध्यक्षता में हो रहे जी 20 समिट की थीम भी वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर रखी गर्इ है। आज दुनिया में करोड़ों लोग योगा फॉर वसुधैव कुटुंबकम की थीम पर एक साथ योग कर रहे हैं।
बता दें, यूएन ने 2014 में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया था। योग दिवस के मौके पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि, योग सबको एकजुट करता है। एक खतरनाक और विभाजित दुनिया में योग जैसे प्राचीन अभ्यास के लाभ विशेष रूप से कीमती हैं। योग शांति प्रदान करता है, यह चिंता को कम करता है और मानसिक कल्याण को बढ़ावा दे सकता है। योग हमें अनुशासन और धैर्य विकसित करने में मदद करता है, यह हमें हमारे साथ जोड़ता है।आपको बता दें, योग दिवस के मौके पर मोदी सरकार में मंत्रियों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित योग दिवस कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इनमें स्मृति र्इरानी नोएडा, अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्इएनएस विक्रांत व मनसुख मंडाविया ने एम्स में हिस्सा लिया।