दिल्ली हज कमेटी की अध्यक्ष कौसर जहां बन गई है। इसी के चलते अब आम आदमी पार्टी के हाथ से दिल्ली हज कमेटी का नियंत्रण निकल गया है। गौतम गंभीर और मोहम्मद साद ने कौसर को वोट दिया था। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आपत्ति जताई थी कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने बिना निर्वाचित सरकार से सलाह किए बिना दिल्ली हज कमेटी के सदस्य नियुक्त कर दिए है।
बता दें दिल्ली हज कमेटी के लिए गुरुवार को दिल्ली सचिवालय में चुनाव हुआ। जिसमें 3-2 के बहुमत से भाजपा कार्यकर्ता कौसर जहां दिल्ली हज कमेटी के अध्यक्ष चुनी गयी। चुनाव में तीन ही वोट पड़े दो सदस्यों – गौतम गंभीर, मोहम्मद साद और खुद कौसर जहां ने इनके लिए वोट किया। जबकि आप के दो विधायकों अब्दुल रहमान और हाजी यूनुस ने बायकाट किया और कांग्रेस पार्षद सदस्य नाजिया दानिश उपलब्ध नहीं रही।
वहीं आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, कई जगह खबर देखी कि आप को झटका, भाजपा कार्यकर्ता हज कमेटी का चुनाव जीत गई। हमने तो कभी हज कमेटी के चुनाव का भी नहीं सुना था, ये सिर्फ 6 सदस्यों के बीच चुनाव होता है। चुनी हुई सरकार सदस्यों को भेजती थी। उसमें से आपसी सहमति से अध्यक्ष चुना जाता था। लेकिन उप राज्यपाल ने बेईमानी करके खुद सदस्यों के नाम भेज दिये।
आपको बता दें, दिल्ली के इतिहास में ऐसा दूसरी बार हुआ है जब कोई महिला स्टेट हज कमेटी की अध्यक्ष बनी है। कौसर से पहले दिल्ली की महिला चेयरमैन ताजदार बाबर रही हैं।