दिल्ली में सोमवार (7 फरवरी) से 9वीं से 12वीं तक के स्कूल, कालेज और कोचिंग सेंटर खोलने का फैसला कर लिया गया है। निचली कक्षाओं के स्कूल 14 फरवरी से खुलेंगे। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में इसका फैसला शुक्रवार किया गया। स्कूल-कॉलेज खोने के फैसले का कारण दिल्ली में कोविड/ओमिक्रॉन के मामलों में कमी होना बताया गया है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बैठक के बाद एक बयान में बताया कि काफी लम्बे समय से अभिभावक स्कूल खोलने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि
राजधानी में कोरोना के लगातार घट रहे मामलों को देखते हुए डीडीएमए की बैठक में यह फैसला किया गया है।
सिसोदिया के मुताबिक 7 फरवरी से कक्षा 9 से 12 तक के छात्र छात्राओं के लिए स्कूल खेले जा रहे हैं। उनके मुताबिक नर्सरी से 8वीं तक की कक्षाएं 14 फरवरी से शुरू होंगी। इस दौरान जिन शिक्षकों का कोरोना टीकाकरण नहीं हुआ है उन्हें काम पर आने की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने बताया – ‘अब कोचिंग इंस्टीट्यूट का भी संचालन अब सामान्य तौर पर किया जा सकेगा। बैठक में जिम और स्विमिंगपूल खोलने पर भी सहमति हुई है। नाइट कर्फ्यू का समय एक घंटे कम कर दिया गया है जो अब रात 10 की जगह 11 बजे से शुरू होगा और सुबह 5 बजे तक रहेगा।
दिल्ली के दफ्तरों में अब 100 फीसदी उपस्थिति रहेगी। अब तक दफ्तर 50 फीसदी उपस्थिति के साथ थे। इसके अलावा कार में अकेले व्यक्ति को अब मास्क लगाना जरूरी नहीं होगा। सिर्फ एक से ज्यादा व्यक्ति होने पर मास्क को ज़रूरी बनाया गया है।