त्रिपुरा में विधानसभा की 60 सीटों के चुनाव के लिए इस समय मतदान चल रहा है। सुबह 9 बजे तक वहां 13 फीसदी के करीब वोट पड़े हैं। राज्य में भाजपा को कांग्रेस-माकपा गठबंधन से कड़ी टक्कर मिल रही है जबकि टिपरा मोथा भी मैदान में है। नतीजे 2 मार्च को निकलेंगे।
भाजपा ने इस चुनाव को जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। केंद्रीय मंत्रियों के अलावा तमाम बड़े नेताओं को मैदान पैन भाजपा का प्रचार करने के लिए भेजा गया। गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव के कमाना संभाल रखी थी।
उधर कांग्रेस और माकपा के बीच गठबंधन होने से भाजपो के लिए राज्य में मुकाबला मुश्किल हो गया है। जानकारों के मुताबिक यह गठबंधन भाजपा के लिए कड़ी चुनौती बन जताया है और नतीजा किसी भी तरफ जा सकता है भले भाजपा ने पूर्ण बहुमत का दावा किया था।
राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराने के लिए चुनाव आयोग ने पुखता बंदोबस्त कर रखे हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच 3,337 मतदान केंद्रों पर आज सुबह सात बजे से मतदान होना शुरू हो गया है जो शाम चार बजे तक चलेगा।
चुनाव में मुख्य रूप से भाजपा, आईपीएफटी गठबंधन, माकपा, कांग्रेस गठबंधन और पूर्वोत्तर राज्य के पूर्व शाही परिवार के वंशज की गठित एक क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा हैं। वोटों की गिनती 2 मार्च को होगी। त्रिपुरा के विपक्ष नेता और पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने विधानसभा चुनाव में वोट डाला। पूर्व सीएम माणिक सरकार ने अगरतला में वोट डाला है।
चुनाव आयोग द्वारा साझा किए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम त्रिपुरा में सुबह 9 बजे तक 14.56 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि धलाई में 13.62 प्रतिशत, गोमती में 12.99 प्रतिशत, खोवाई में 13.08 प्रतिशत, उत्तरी त्रिपुरा में 12.79 प्रतिशत, सिपाहीजाला में 13.61 प्रतिशत मतदान हुआ। उनाकोटि 13.34 प्रतिशत और दक्षिण त्रिपुरा 14.34 प्रतिशत मतदान हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदाताओं से अपील की है कि वे बिना डरे मतदान करें। खड़गे ने कहा कि त्रिपुरा के लोग बदलाव के लिए एकजुट हैं। सभी से विशेषकर युवाओं से अपील है कि बाहर निकलें और लोकतंत्र के उत्सव में भाग लें और शांति और प्रगति के लिए मतदान करें।