चीन के वुहान से ही कोरोना वायरस संक्रमण की शुरुआत हुई और बाद में यूरोप समेत पुरी दुनिया में इसने कहर बरपाना शुरू कर दिया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया। इसके बाद तमाम देशों में वायरस से निपटने के लिए दवाओं और वैक्सीन बनाने के लिए काम जोर-शोर से चल रहा है। अब सबसे पहले चीन के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उसने कोरोना वायरस से निपटने की वैक्सीन बना ली है।
बीजिंग की बायोटेक कंपनी ‘सिनोवैक’ ने यह वैक्सीन बनाने का दावा किया है। चीन में एक हजार से ज्यादा वॉलंटियरों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है। हालांकि अब इस वैक्सीन का स्टेज 3 ट्रायल ब्रिटेन में किए जाने की तैयारी है।
शोधकर्ता लुओ बैशन के अनुसार, यह वैक्सीन 99 फीसदी तक कारगर साबित होगी। फिलहाल कंपनी वैक्सीन का स्टेज 2 का ट्रायल कर रही है, लेकिन चीन में कोरोना संक्रमण के कम मामले को देखते हुए वॉलंटियर की कमी पड़ गई है। इसलिए अब आगे इसका ट्रायल यूरोप में करने का फैसला किया है।
‘सिनोवैक’ की ओर से कहा गया है कि हम ब्रिटेन समेत कई यूरोपीय देशों से ट्रायल के लिए बातचीत कर रहे हैं। हालांकि बातचीत अभी शुरुआती चरण में है। कंपनी का बीजिंग में एक प्लांट भी लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट की मानें तो इस प्लांट में करीब 10 करोड़ डोज तैयार किए जाएंगे। बता दें कि मई की शुरुआत में बड़ी ड्रग कंपनी एस्ट्रेजेनेका ने बी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की बनाई वैक्सीन के 100 करोड़ डोज उपलब्ध करवाने की बात कही थी।