पुलिस ने जहां गुरूवार को आईबी के हेड कांस्टेबल की मौत के मामले में छह दिन से फरार चल रहे पार्षद ताहिर हुसैन को गिरफ्तार कर लिया गया वहीं दिल्ली हिंसा में मरने वालों की तादाद बढ़कर ५३ हो गयी है। ताहिर ने गुरूवार को रोज एवेन्यू कोर्ट में आत्मसमर्पण की कोशिश की लेकिन अदालत ने अपने अधिकार क्षेत्र से इसे बाहर बताते हुए इंकार कर दिया। बाद में दिल्ली पुलिस ने उसे कोर्ट की पार्किंग से ही गिरफ्तार कर लिया।
ताहिर आप के टिकट पर पार्षद चुना गया था लेकिन हाल में उनका नाम एक आईबी अधिकारी की मौत के मामले में सामने आने के बाद पार्टी ने उसे निलंबित कर दिया था। पार्षद ताहिर ताहिर ने कड़कड़डूमा कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए भी अर्जी दी थी लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था। ताहिर के खिलाफ आईबी के हेड कॉन्स्टेबल अंकित शर्मा के परिवार ने २८ फरवरी को हत्या का मामला दर्ज करवाया था, जिनका शव ताहिर के घर के नजदीक एक नाले से मिला था।
इस बीच दिल्ली हिंसा में मरने वालों की तादाद ५३ हो गयी है। हिंसा को लेकर पुलिस ने अभी तक ६५४ मामले दर्ज किए हैं जिनमें से ४७ आर्म्स एक्ट के हैं। हिरासत में लिए गए या गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या १८२० हो गई है।
उधर ताहिर ने कहा था कि वो २४ फरवरी की पूरी रात और २५ फरवरी का पूरा दिन अपने दोस्त के घर पर था जबकि २५ फरवरी को सुबह साढ़े आठ बजे कुछ कपड़े लेने के लिए थोड़ी देर के लिए घर गया था, लेकिन घर के सामने भीड़ जमा थी इसलिए ऐसा नहीं कर पाया। उसके मुताबिक वहां मौजूद पुलिसवालों ने उसे सलाह दी कि यहां से चले जाओ। याद रहे उसके घर की छत से कुछ चीजें बरामद होने की बात कही गयी थी जिन्हें कथित तौर पर हिंसा के लिए इस्तेमाल किया गया था।