ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और उनकी मंगेतर ने कुछ रोज पहले जन्मे अपने बेटे का नाम उन डाक्टरों पर रखा है, जिन्होंने उनका कोविड-१९ से संक्रमित होने पर इलाज किया था। बोरिस इसी हफ्ते स्वस्थ होकर अपने दफ्तर लौटे हैं। इस बीच एक अखबार को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा है कि ”उनके इलाज के दौरान हालात हाथ से निकल जाने और उनकी मौत की स्थिति में एक ”आकस्मिक योजना” तैयार कर ली गयी थी।
याद रहे हालत बहुत गंभीर हो जाने के बाद पीएम जॉनसन को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा था। पीएम जब स्वस्थ होकर सेंट थॉमस अस्पताल से डिस्चार्ज हुए तो उनकी जान बचने वाले डॉक्टरों का कर्ज़ उन्होंने बहुत अनोखे अंदाज में उतारा है। उन्होंने अपनी मंगेतर से कुछ ही रोज पहले (बुधवार) जन्मे बच्चे का नाम डाक्टरों के नाम से जोड़ कर रखा है।
इंस्टाग्राम के अपने अकाउंट पर उनकी मंगेतर कैरी साइमंड्स ने बेटे की तस्वीर शेयर की है। साथ ही बेटे का नाम विल्फ्रेड लॉरी निकोलस जॉनसन लिखा है। खुद साइमंड्स के मुताबिक बच्चे के नाम में ”निकोलस” नाम उन दो डॉक्टरों का सम्मान करने के लिए है जिन्होंने पिछले महीने बोरिस की जान बचाई। इन डॉक्टर के नाम निक प्राइस और निक हार्ट हैं। विल्फ्रेड बोरिस के दादा और लॉरी कैरी साइमंड्स के दादा का नाम है।
जॉनसन की मंगेतर कैरी सायमंड्स ने बुधवार को बेटे को जन्म दिया है। इस बीच पीएम बोरिस जॉनसन ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया है कि ”उनके इलाज के दौरान हालात हाथ से निकल जाने और उनकी मृत्यु होने की स्थिति में एक आकस्मिक योजना तैयार कर ली गयी थी।
”द सन ऑन संडे” से इस इंटरव्यू में बोरिस जॉनसन ने कहा – ”सात अप्रैल को सेंट थॉमस अस्पताल के आईसीयू में मुझे काफी मात्रा में ऑक्सीजन दी गयी। यह मुश्किल भरा वक्त था, मैं इससे इनकार नहीं कर सकता। उन्होंने स्टालिन जैसे परिदृश्य में मौत होने से निपटने के लिये एक रणनीति तैयार की थी।” स्वस्थ होकर अस्पताल से बाहर आने के बाद जॉनसन सोमवार को १० डॉउनिंग स्ट्रीट पहुंचे और उन्होंने पीएमओ में कामकाज फिर से संभाल लिया था।