कोरोना वायरस का कहर दिन व दिन लोगों की जिदंगी में भय पैदा कर रहा है । अब डाक़टरो ने भय दूर करने के लिये एक जागरूकता अभियान की शुरूआत करने का फैसला लिया है। डीएमए, आईएमए और तमाम हेल्थ संगठनों ने इस अभियान मे जुडनें में सहमति व्यक्त की है।इस अभियान की सबसे बढी विशेषता ये है, कि जो भी चिकित्सक भाग लेगा वो अपने पैसों से रोगियों की मदद भी करेगा।इस बारे मे जानकारी देते हुये नेशनल मेडिकल फोरम के अध्यक्ष डाँ. प्रेम अग्रवाल ने बताया कि देश एक संकट के दौर से गुजर रहा है।ऐसे समय में लोगों के बीच में जो डर फैला है उसको दूर करने के लिये देश भर के डाक्टरों की ये पहल कोरोना वायरस के डर को दूर करेगी।
मैक्स अस्पताल के डाँ विवेका कुमार ने बताया कि कोई भी बीमारी इतनी घातक नहीं होती है। जितना की लोगों ने डर मन में बैठा लिया है। क्योंकि कोरोना वायरस के नाम पर जो वातावरण डर और भय का बना है । इसके कारण तो बहुत से लोग ईलाज कराने से डर रहे है । जबकि इस बीमारी का ईलाज है। लोग ईलाज के बाद ठीक भी होकर अपने घर भी जा रहे है।डीएमए के पूर्व अध्यक्ष डाँ अनिल बंसल का कहना है, कि बीमारियों को ईलाज के साथ साथ जागरूकता से काबू पाया जाता रहा है , ऐसे समय में डाक्टरों की ये पहल काफी कारगर साबित होगी। डाँ प्रेम का कहना है कि इस अभियान में राजस्थान, उ.प्र, म.प्र, पंजाब और मुम्बई के डाँक्टरों ने सहमति व्यक्त की है। इसके लिये राज्य सरकारों की सहमति मिलते ही अभियान शुरू हो जायेगा।