महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ब्यान के बाद, मुम्बई पुलिस ने उस व्यक्ति, जिसने उद्धव को लेकर एक आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, को सार्वजनिक रूप से पीटने और उसके बाल काटने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर ली है। पुलिस ने कहा कि इस व्यक्ति को ब्यान के लिए बुलाया गया है।
इस व्यक्ति की टिप्पणी के बाद शिवसैनिकों का गुस्सा भड़का गया और उन्होंने सकी पिटाई की और उसके बाल काट डाले। रिपोर्ट्स के मुताबिक फेसबुक पर मुंबई के वडाला में रहने वाले सुनील तिवारी ने १९ दिसंबर को उद्धव ठाकरे की ओर से डाली गई एक पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट किया जिसके बाद रविवार को शिवसेना के नेता समधन जुकदेव और प्रकाश हसबे के नेतृत्व में कुछ लोगों ने शांतिनगर में उसके घर के बाहर उससे मारपीट की और उसका मुंडन करा दिया।
घटना की जानकारी पर सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा विरोध का हमारा तरीका सही होना चाहिए। इसके बाद बडाला टीटी पुलिस ने सीआरपीसी की धारा १४९ के तहत दोनों पक्षों को नोटिस जारी किया है। तिवारी ने दावा किया कि वह पहले विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे दक्षिणपंथी संगठनों से जुड़ा था और उसे पीटने वाले लोगों को कानून अपने हाथ में लेने के बजाय उसके पोस्ट पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए थी।
पहले एक पुलिस अधिकारी ने कहा था कि तिवारी और उसके साथ मारपीट करने के आरोपियों के बीच समझौता हो गया है और यदि पुलिस को कोई शिकायत मिलती है तो मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तिवारी को बयान के लिए बुलाया गया है लेकिन अभी वो आया नहीं है। पुलिस ने कहा कि वो नहीं आता है तो भी सयुमोटो मामला दर्ज किया जाएगा।
उधर उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर ट्रोल करने वाली हरकतों को खराब बताया। आदित्य ने कहा कि ट्रोलर ने मुख्यमंत्री उद्धव के लिए असभ्य भाषा का प्रयोग किया, जबकि वो सीएए से उपजे असंतोष के बीच राज्य में शांति-व्यवस्था कायम करने में लगे हुए हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की रिएक्शन को गुस्से में दी गई त्वरित प्रतिक्रिया बताया, साथ ही बिना नाम लिए कहा कि तिवारी जैसे धमकीबाज और गालीबाज लोगों को जवाब देना हमारा काम नहीं होना चाहिए। दिलचस्प है कि सीएम उद्धव ठाकरे ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में १५ दिसंबर की पुलिस कार्रवाई की तुलना जालियांवाला बाग से की थी।