माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने के बाद से ही एलन मस्क उनके द्वारा लिए गए फैसलों के चलते चर्चाओं में हैं। उन्होंने दुनियाभर के कई देशों में मौजूद ट्विटर ऑफिस में कर्मचारियों की छंटनी की है।
एलन मस्क ने छंटनी करते समय यह भी संदेश दिया कि उनके साथ केवल वहीं कर्मचारी काम करे जो पूरी लग्न के साथ काम करना चाहता है। किंतु उनके द्वारा की गर्इ छंटनी को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं।
इसी के चलते ट्विटर से हटाई जाने वाली दो महिलाओं ने अमेरिकी कोर्ट में मुकदमा भी दर्ज कराया हैं। उन्होंने दावा किया है कि अचानक बड़े पैमाने पर छंटनी से महिला कर्मचारियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
पूर्व कर्मचारी कैरोलिना बर्नल स्ट्रिफ़लिंग और विलो व्रेन तुर्कल द्वारा समान महिला श्रमिकों की ओर से दायर याचिका में महिलाओं ने कोर्ट में आरोप लगाते हुए कहा है कि, एलन मस्क ने छंटनी में महिलाओं को टारगेट करते हुए नौकरी से निकाला हैं। सैन फ्रांसिस्को संघीय अदालत में दायर मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि छंटनी से पहले कुल मिलाकर अधिक पुरूषों को नियुक्त करने के बावजूद, आधे से भी कम पुरुषों की तुलना में 57 फीसदी महिला कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है।
लिस- रिओर्डन ने लिखा कि, “ट्विटर पर कर्मचारियों की बड़े पैमाने पर छंटनी ने महिला कर्मचारियों को पुरुष कर्मचारियों की तुलना में बहुत अधिक हद तक प्रभावित किया है और उनकी संख्या भी अधिक है। उन्होंने आगे कहा कि मस्क ने महिलाओं के बारे में कर्इ सार्वजनिक रूप से भेदभावपूर्ण टिप्पणियां की हैं, और छंटनी भेदभाव का परिणाम हैं। ”