जैसा कि पहले से उम्मीद थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड टं्रप के दौरे के बीच कोई बड़ी डील की सम्भावना नहीं है, बल्कि यह सियासी फायदे का दौरा साबित होने वाला है। कुछ वैसा ही दौरे में देखने को मिला। ट्रंप के पूरे दौरे में उन्होंने सिर्फ मोदी की तारीफ की और अहमदाबाद में अपनी तारीफ के पुल में आयोजित कार्यक्रम की खूब वाहवाही की। 24-25 फरवरी को दो दिवसीय दौरे पर आये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ तीन अरब डॉलर (करीब 21 हज़ार करोड़ रुपये) का रक्षा सौदा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ट्रंप की द्विपक्षीय वार्ता में इस सौदे पर हस्ताक्षर किये गये। सौदे के तहत भारत अमेरिका से तीन अरब डॉलर के हेलीकॉप्टर और सैन्य उपकरण खरीदेगा। इसके अलावा दोनों नेताओं के बीच व्यापार सन्धि पर भी चर्चा हुई, पर उसे अंतिम रूप नहीं दिया जा सका।
भारत में कदम रखने से पहले 24 फरवरी को ट्रंप ने हिन्दी में ट्वीट करके भारतीयों का दिल जीतने की कोशिश की साथ ही हाउडी मोदी की तर्ज पर अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में आयोजित भव्य कार्यक्रम ‘नमस्ते ट्रंप’ की तारीफ में भी पुल बाँधे। 25 फरवरी को मोदी और ट्रंप के बीच हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि दोनों देशों के बीच तीन साल में व्यापार में दो अंक की बढ़ोतरी हुई है। द्विपक्षीय व्यापार मामले में सकारात्मक बातचीत हुई है। हम एक बड़े व्यापार सौदे पर सहमत हुए हैं। सम्भव है कि अमेरिका के चुनाव सेपहले इस पर सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। ट्रंप ने कहा कि मोदी के साथ बातचीत में 21 हज़ार करोड़ रुपये के रक्षा सौदे को मंज़ूरी दी गयी है। इसके अलावा दोनों देश आतंकवाद को खत्म करने के लिए काम करेंगे। पाकिस्तान पर इसके लिए दबाव भी बनाएँगे। मोदी बोले- ‘इस बात की खुशी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सपरिवार यहाँ आये।’ पिछले आठ महीने में उनसे यह पाँचवीं मुलाकात है। अमेरिका-भारत के सम्बन्ध सिर्फ दो सरकारों के बीच नहीं, पीपुल सेंट्रिक है। यह 21वीं सदी की सबसे महत्त्वपूर्ण स्थिति में हैं। इस रिश्ते को यहाँ तक लाने में ट्रंप का अमूल्य योगदान है।
अपनी भारत दौरे पर हुए अभूतपूर्व स्वागत पर खुशी जताते हुए ट्रंप ने कहा कि ये दो दिन शानदार रहे, विशेषकर पहला दिन जब मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रंप’ में बिताया। यह सम्मान की बात है। भारतीयों की मेहमाननवाज़ी याद रहेगी। ट्रंप बोले कि मोदी यहाँ बेहतरीन काम कर रहे हैं। गाँधी जी के आश्रम में हमें खास अनुभूति हुई। हम एक बड़ी ट्रेड डील पर सहमत हुए हैं, जल्द इसके सकारात्मक परिणाम निकलेंगे।
ट्रंप ने कहा कि रक्षा, तकनीक, ग्लोबल कनेक्टिविटी, ट्रेड और पीपुल-टू-पीपुल टाईअप पर दोनों देशों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई। पिछले कुछ वर्षों में हमारी सेनाओं के संयुक्त युद्धाभ्यास में इज़ाफा हुआ है। अब होमलैंड में हुए समझौते से इसे बल मिलेगा। हमने आतंकवाद के िखलाफ प्रयासों को और बढ़ाने का भी फैसला किया है। हमने ड्रग्स और नारकोटिक्स रोकने पर भी बात की है।
पाकिस्तान, अनुच्छेद-370, सीएए पर भी चर्चा
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पाकिस्तान, कश्मीर और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भी चर्चा हुई। राष्ट्रपति ट्रंप ने फिर दोहराया कि वे कश्मीर पर मध्यस्थता करने से पीछे नहीं हटेंगे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान की धरती से चलने वाले आतंकवाद के बारे में ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान अपनी समस्या को सुलझाने पर काम कर रहे हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्री के साथ मेरे मज़बूत रिश्ते हैं।
अगर दोनों देश चाहें और तैयार हों, तो कश्मीर पर मध्यस्थता के लिए मैं जो कुछ भी कर सकता हूँ, करूँगा। इस्लामिक कट्टर आतंकवाद को लेकर ट्रंप ने कहा कि मुझे लगता है कि इसे काबू करने के लिए मुझसे ज़्यादा कोशिश किसी ने नहीं की। भारत में चल रहे सीएए के विरोध-प्रदर्शन के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि यह भारत का अंदरूनी मसला है। हालाँकि उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत अपने लोगों के लिए सही फैसला लेगा। मोदी की तारीफ करते हुए ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक बेहतरीन नेता हैं। भारत एक शानदार देश है। ऊर्जा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ रहा है। भारत बड़ी मात्रा में रक्षा उपकरण खरीद रहा है।
पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार आतंकवाद पर सवाल पर ट्रंप ने का कहना था कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ पाकिस्तान के बारे में भी बात की। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ मेरे अच्छे रिश्ते हैं। वे सीमा पार से आतंकवाद को काबू करने की कोशिश कर रहे हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक बड़ी समस्या है। ट्रंप ने मोदी से धार्मिक धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि देश में लोगों के पास धार्मिक आज़ादी हो।
अगर आप देखें, तो भारत इसके लिए गम्भीर प्रयास करता रहा है। दिल्ली में हिंसक प्रदर्शनों के बारे में बोले कि मैंने सुना है और पता भी चला है पर इस बारे में मोदी से कोई बात नहीं की है। यह भारत का अपना मसला है। अफगानिस्तान में ‘तालिबान के साथ समझौते पर ट्रंप ने कहा कि मैंने इस बारे में प्रधानमंत्री मोदी से बात की है। मुझे लगता है कि भारत भी इससे खुश होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में रूस की तरफ से जासूसी के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि खुफिया एंजेंसियों ने इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं दी।
सपरिवार भारत पहुँचे
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड टं्रप के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप, बेटी व सलाहकार इवांका ट्रंप, दामाद जेरेड कुशनर समेत ट्रंप प्रशासन के उच्चाधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल भी पहुँचा। इनमें अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन भी आये। इस दौरान पूरा परिवार आगरा भी पहुंचा और ताजमहल के परिसर में करीब दो घंटे बिताये। वह अमेरिका से सीधे अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरे थे। जहाँ से पहले साबरमती आश्रम जाकर बापू को नमन किया और फिर मोटेरा स्टेडियम में अपने स्वागत समारोह में शिरकत की। 36 घंटे के भारतीय दौरे को टं्रप ने कहा कि भारत महान् है, यात्रा बेहद सफल रही।
भारत में ज़ोरदार स्वागत-सत्कार हुआ, जिससे बेहद गद्गद् हूँ। भारत एक महान् देश है। यात्रा बेहद सफल रही। डोनाल्ड टं्रंप, अमेरिकी राष्ट्रपति