पहली बार नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद नुसरत जहां धार्मिक क्रियाकलापों के चलते विवादों में आई हों। इससे पहले भी वे अपने नाम के चक्कर में उलमा और कट्टरपंथियों के गुस्से का सामना कर चुकी हैं। अब एक बार फिर उनके दुर्गा का रूप धारण किए जाने और उसकी फोटो व वीडियो सोशल मीडिया में शेयर करने से देवबंद के उलमा ने नाराजगी जताई है।
देवबंद के उलमा का कहना है कि नुसरत जहां के दुर्गा का रूप धारण करने जैसा कार्य उन्हें शोभा नहीं देता, इसलिए उन्हें अल्लाह से तौबा करनी चाहिए।
जमीयत दावतुल मुस्लिमीन के संरक्षक और मशहूर आलिम-ए-दीन मौलाना कारी इसहाक गोरा ने कहा इस्लाम में किसी की जाती जिंदगी में दखल देने की इजाजत नहीं है। नुसरत जहां के कार्यों को लेकर लोग ऐतराज कर रहे हैं।
उलमा का कहना है कि इस्लाम में कुछ ऐसी पाबंदियां हैं, जिन्हें मुसलमान नहीं कर सकता। मदरसा जामिया शेख उल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने कहा, इस्लाम में दूसरे धर्म में जिन परंपराओं की मनाही है, नुसरत लगातार उनका अनुपालन कर रही हैं।
दरअसल, इंस्टाग्राम पर सांसद नुसरत जहां ने दुर्गा रूप धारण की तस्वीरें शेयर की थीं। इसके बाद से सोशल मीडिया पर ही उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाया गया, साथ ही जान से मारने तक की धमकी दी गई। सागर हुसैन नामक इंस्टाग्राम यूजर ने नुसरत जहां से बंगाली में सवाल करते हुए पूछा, तुम मुस्लिम होने के बावजूद हिंदुओं का समर्थन क्यों करती हो? वहीं नुसरत के हाथ में त्रिशूल की ओर इशारा करते हुए, एम अनवर ने लिखा, जब तुम मुस्लिम हो तो तुम्हारे हाथ में यह कैसे हो सकता है?