लखनऊ। उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन (सीएए) कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने पहुंचे पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रतिनिधिमंडल को लखनऊ में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई। टीएमसी के नेताओं को अमौसी एयरपोर्ट पर ही हिरासत में ले लिया गया।
इससे पहले, यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने स्पष्ट कर दिया था कि टीएमसी नेताओं को लखनऊ में एंट्री की अनुमति नहीं होगी। डीजीपी का मानना था कि इससे माहौल बिगड़ने का आशंका है।
डीजीपी ने कहा, हमें पता चला है कि टीएमसी के कुछ नेता लखनऊ आना चाहते हैं। हमने उन्हें इजाजत नहीं दी है क्योंकि इलाके में धारा 144 लगी है और उनके आने से माहौल बिगड़ सकता है।
इसके बाद टीएमसी प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सांसद मोहम्मद नदीमुल हक ने कहा कि जैसे ही हम एयरपोर्ट पर विमान से उतरे, पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया। वे यहां हिंसा में शजर लोगों के परिजनों से मिलना चाहते थे। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व सांसद दिनेश त्रिवेदी, सांसद प्रतिमा मोंडल और अबीर बिस्वास शामिल हैं।