‘टाइम मैगज़ीन’ की प्रभावशाली लोगों की सूची में सीएए विरोधी आंदोलन की दादी बिल्किस बानो को मिली जगह, मोदी, खुराना, गुप्ता के भी नाम

दुनिया की मशहूर ‘टाइम मैगज़ीन’ की इस बार की 100 प्रभावशाली व्यक्तियों की सूची में नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग में हुए आंदोलन में लोकप्रिय हुईं 82 साल की दादी बिल्किस बानो को भी जगह मिली है। उनके अलावा भारत से पीएम मोदी, अभिनेता आयुष्मान खुराना, प्रोफेसर रविंद्र गुप्ता के भी नाम हैं। दिलचस्प यह है कि सूची में चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग का नाम अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पहले है।

‘टाइम मैगज़ीन’ ने आज जो सूची जारी की है उसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम एक बार शामिल किया है। उनका नाम पिछले सात साल में चौथी बार आया है। मोदी देश के अकेले राजनीतिक हैं जिनका नाम इसमें है। मैगजीन के लेख में टाइम ने लिखा है कि लोकतंत्र में वही सबसे बड़ा है, जिसे जितने ज्यादा वोट मिले हैं। लोकतंत्र के कई पहलू हैं जिसमें जिन्होंने जीते हुए नेताओं को वोट नहीं दिया है, उनके हक की भी बात होती है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और यहां हर धर्म के लोग रहते हैं। मैगजीन में लिखा गया कि रोजगार के वादे को लेकर भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई और इसके बाद कई विवाद सामने आए।

हालांकि, टाइम की सूची में सबसे ज्यादा हैरानी वाला नाम बिल्किस बानो का है जिन्हें ‘शाहीनबाग की दादी’ के नाम से भी जाना जाता है। नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली के शाहीनबाग के आंदोलन में 82 साल की बिल्किस बानो बहुत ज्यादा चर्चा में रही थीं। याद रहे शाहीनबाग में नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग पर 101 दिन तक धरना-प्रदर्शन चला था। बाद में कोरोना संकट उभरने से  प्रदर्शन बंद कर दिया गया था।

पिछले साल लंदन में एक मरीज को एचआईवी से मुक्ति दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले भारत के प्रोफेसर रविंद्र गुप्ता को भी सूची में जगह मिली है।  बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना भी सूची में जगह बनाने में सफल रहे हैं।

मैगजीन की सूची में भारतीय मूल की अमेरिकी नेता कमला हैरिस, जो जो बिडेन के साथ अमेरिका के उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रत्याशी हैं, को भी शामिल किया गया है।   सूची में चीन के राष्ट्रपति शी जिन पिंग, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो बिडेन,  एंजेला मर्केल, नैन्सी पॉलोसी जैसे बड़े नेताओं के नाम सूची में हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नाम लिखा गया है।