जूता-चप्पल पर बढ़ाया गया जीएसटी वापस हो: कैट

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)  इंडियन फुटवियर एसोसिएशन ने आज संवाददाता सम्मेलन में केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से आग्रह करते हुये कहा है कि बढ़ाये गये जीएसटी को वापस लिया जाये।
इस अवसर पर गागन दास रामानी ने कहा कि वैसे ही कोरोना के चलते जूता-चप्पल का कारोबार बंद रहा है। अब जीएसटी 5 से 12 प्रतिशत होने से 7 प्रतिशत तक जीएसटी बढ़ाये जाने जूता महंगा हो जायेगा। इसलिये सरकार को बढ़ाये गये जीएसटी को तत्काल वापस होना चाहिये।
इस मौके पर नीरज अरोड़ा ने कहा कि सरकार जीएसटी के अलावा तमाम नये-नये कायदे कानून को ला रही है। जिससे छोटे बड़े कारोबारियों के कामकाज पर विपरीत असर पड़ रहा है। उन्होने कहा कि 2017 में जब जीएसटी आया था तब से कारोबारियों को काफी दिक्कत हो रही है। वर्ष 2017 के पहले जब वैट लागू किया था तब भी व्यापारी आसानी से अपना कारोबार चला रहा था। लेकिन अब धंधा दिन व दिन सरकार की व्यापारी विरोधी नीतियों के चलते चौपट हो रहा है।
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है। देश का 60 प्रति गैर लेदर का जूता -चप्पल का कारोबार बहादुर गढ़ में होता है। लेकिन सरकारी की नीतियों के चलते यहां पर काफी लोगों ने अपने कारोबार को कम करने या बंद करने का मन बना लिया है।जिससे हजारों लोगों की रोजी रोटी पर संकट आ सकता है।इस अवसर पर सुभाष कुमार ने कहा कि छोटी जूता -चप्पल की फैक्ट्री को बंद करने के पीछे  बड़ी कंपनियों को लाभ देना है।