एक बहुत बड़े ब्यान में शिव सेना के प्रमुख और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जामिया में जो कुछ हुआ वह जलियांवाला कांड की याद ताजा करता है। याद रहे छात्रों ने पुलिस पर हॉस्टल में बिना इजाजत घुसकर उनपर बर्बरता का आरोप लगाय है।
उधर पुलिस ने जामिया हिंसा पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने जामिया और एएमयू हिंसा मामले में याचिकाकर्ताओं को पहले हाईकोर्ट जाने को कहा है।
जामिया हिंसा में राजनीतिक तौर पर मंगलवार को सबसे बड़ा ब्यान शिव सेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे की तरफ से आया है। उद्धव महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी हैं। उन्होंने जामिया में छात्रों पर पुलिस की बर्बरता की तुलना ब्रिटिश शासन में जलियांवाला बाग़ काण्ड से की है। उद्धव ने कहा – ”जामिया में जो कुछ हुआ वह जलियांवाला कांड की याद ताजा करता है। युवाओं में बम जैसी ताकत है और उन्हें नहीं भड़काया जाना चाहिए।
उधर सुप्रीम कोर्ट ने जामिया और मुस्लिम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी मामले में याचिकाकर्ताओं से कहा है कि वे पहले हाईकोर्ट में जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हाईकोर्ट में दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी।
उधर पुलिस ने जामिया हिंसा पर अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप दी है। इसमें हरेक पहलु के हिसाब से जानकारी दी गयी है।