पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने गुरुवार को आईएनएक्स मीडिया मामले में जमानत के लिए सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता इस समय न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल में बंद है। चिदंबरम ने मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज करने के दिल्ली उच्च न्यायालय के ३० सितंबर के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह चिदंबरम से कांग्रेस का पूरा समर्थन जताने के लिए पिछले दिनों उनसे तिहाड़ जेल में मिलने गए थे।
गुरूवार को चिदंबरम का प्रतिनिधित्व कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने न्यायमूर्ति एनवी रमण की अगुवाई वाली पीठ के सामने तत्काल सूचीबद्ध किए जाने के लिए मामले का उल्लेख किया। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति कृष्णा मुरारी भी इस पीठ में शामिल हैं।
पीठ ने कहा कि मामला सूचीबद्ध करने के संबंध में फैसला लेने के लिए चिदंबरम की याचिका प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के पास भेजी जाएगी। चिदंबरम की जमानत याचिका पर प्रधान न्यायाधीश गोगोई ने कहा कि हम केस सुनने के बाद फैसला करेंगे।