बरसात के इस मौसम में यदि समय रहते जोरदार बारिश नहीं हुई तो मुंबईकरों को पानी के लिए तरसना पड़ सकता है। रिपोर्ट की मानें तो रिजर्व स्टॉक के जरिए सिर्फ 31 जुलाई तक ही वाटर सप्लाई हो सकती है ।महानगर में वाटर सप्लाई करने वाली मशीनों में पानी 5 फ़ीसदी से भी कम बचा हुआ है।
आमतौर पर मानसून का सीजन जून के दूसरे सप्ताह से शुरू हो जाता है लेकिन मुंबई मैं अभी तक मानसून में उस तरह से दस्तक नहीं दी है। रिपोर्ट्स बताते हैं कि मुंबई में और मानसून का पैटर्न बदल रहा है। अमन सिंह की तुलना में मुंबई में 30% तक बारिश के दिन काम हो जायेंगे भले ही जुलाई और अगस्त में बारिश हो सकती है लेकिन वह औसत से कम होगी। जानकारों का मानना है कि शहर में पेड़ की संख्या कम होने से प्रदूषण के चलते ग्लोबल वार्मिंग की समस्या बढ़ती जा रही है अलनीनो का प्रभाव मानसून पर पड़ रहा है।
मुंबई में पिछले साल 26 जून तक शहर में 75 9.9mm, उपनगर में 741.8 एमएम बारिश हुई थी जबकि इस साल उसी अवधि में शहर में केवल 178 .8 एमएम और उपनगर में 18 3.6 एमएम बारिश हुई है आंकड़ों पर गौर करें बीते साल की तुलना में अब तक मुंबई में लगभग 75 फ़ीसदी बारिश कम हुई है। फिलहाल राहत की खबर यह है कि दो जुलाई के बाद अच्छी बारिश हो सकती है। आमतौर पर 30 सितंबर मानसून खत्म हो जाता है लेकिन संभावना है अक्टूबर में भी बारिश हो सकती है।