भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा वर्ष 1947 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी को देश की पहली कैबिनेट में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री बनाया गया था, और मात्र 33 वर्ष की आयु में मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बन गये थे।
“एक राष्ट्र, एक विधान, एक निशान” यह नारा भी मुखर्जी ने दिया था और ये नारा देते हुए वे जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे।
गौरतलब है कि, मुखर्जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उनकी गिरफ्तारी के करीब 35 से 40 दिनों के भीतर ही उनकी मृत्यु जम्मू की जेल में ही हो गई थीं। हालांकि उनकी मृत्यु पर कई सवाल उठाए गए थे। लेकिन नेहरू ने उनकी मौत को स्वाभाविक बताया था।
भारतीय जनसंघ के बाद ही भारतीय जनता पार्टी का उदय हुआ था। और कुछ समय पश्चात जनसंघ का विलय भाजपा में कर दिया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके आदर्शों, समृद्ध और महान विचारों, और उनकी लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता हमें हमेशा प्रेरित करती रहेगी। देश हित में राष्ट्रीय एकता के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयासों को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।”
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत तमाम बीजेपी के नेताओं ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय से उन्हे नमन कर श्रद्धांजलि दी।