अभी तक टीवी चैनलों के सर्वे में कड़े मुकाबले में फंसे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को चुनाव से ऐन पहले अच्छी खबर मिली है। वहां सतनामी समाज के धर्मगुरु बाबा बालदास और उनके पुत्र खुशवंत सहाय कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। बाबा बालदास वही धर्मगुरु हैं जिन्होंने पिछले चुनाव में भाजपा का समर्थन कर कांग्रेस का खेल कमसे कम एक दर्ज़न सीटों पर बिगाड़ दिया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राजनीतिक जानकार धर्मगुरु के समर्थन मिलने को कांग्रेस के लिए लाभकारी मान रहे हैं। इसका कारण ये है कि छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज अनुसूचित जाति वर्ग का एक बड़ा समुदाय माना जाता है जिसका प्रभाव पूरे प्रदेश में है। आदिवासियों के बाद सूबे में इस वर्ग को ही सबसे बड़ा माना जाता है। साढ़े सार दर्ज़न सीटों पर इस समुदाय का प्रभाव है और बाबा बालदास का इन मतदाताओं पर जबरदस्त प्रभाव माना जाता है।
दिलचस्प बात यह है कि चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह बाबा बालदास से मिले भी थे और उस समय यही माना गया था कि बाबा और समुदाय का भाजपा को समर्थन रहेगा। बसपा के अजीत जोगी की पार्टी को समर्थन से कांग्रेस को नुक्सान हुआ है उसकी भरपाई सतनामी समाज के धर्मगुरु के इस समर्थन से आसानी से हो जाएगी, ऐसा राजनीतिक विश्लेषक मान रहे हैं।
चुनाव से पहले सतनामी समाज के धर्मगुरु के कांग्रेस को समर्थन से चुनावी समीकरण बदलने की पूरी सम्भावना बन गयी है। अभी तक के टीवी सर्वे में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस-भाजपा में कड़ा मुकाबला दिखाया जा रहा है, हालांकि सीटों के लिहाज़ से जोगी की पार्टी मायावती की बसपा के समर्थन के बावजूद बहुत पीछे है। बाबा बालदास ने बिना शर्त कांग्रेस का समर्थन करने का ऐलान किया है।