राजधानी दिल्ली में छठ पूजा को लेकर आप पार्टी और भाजपा के बीच मचा सियासी संग्राम दिन व दिन तूल
पकड़ता जा रहा है। जबकि सच्चाई ये है 4 महीने बाद दिल्ली नगर निगम के चुनाव को लेकर दोनों राजनीतिक
दल अपनी पूर्वाचंल वोट पर पकड़ बनाना चाहते है। आप पार्टी का कहना है कि कोरोना काल चल रहा है। दिल्ली
में छठ पूजा को लेकर कोई मनाही नहीं है। छठ पूजा लोगों अपने घरों में पिछली साल 2020 की तरह अपने
घरों में मनाये। ताकि कोरोना को संक्रमण को रोका जा सकें। वहीं भाजपा का कहना है कि पूर्वाचलवासियों की
उपेक्षा की जा रही है। यमुना तट पर छठ पूजा को लेकर रोका जा रहा है। दिल्ली में रह रहे लाखों पूर्वाचंल वासियों
की आस्था पर चोट की जा रही है। दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और दिल्ली के सांसद मनोज
तिवारी का कहना है, कि जब सारी दिल्ली खुल गयी है। स्वमिंग पूल खुल गये है। तो छठ पूजा को रोककर दिल्ली
सरकार किसी की आस्था पर चोंट नहीं पहुंचा सकती है। वहीं आप पार्टी के नेता दुर्गेश का कहना है कि छठ पूजा
को लेकर भाजपा सियासत कर रही है। क्योंकि भाजपा हर मोर्चे पर असफल हो रही है। छठ पूजा को लेकर बिहार के निवासी बलबीर सिंह का कहना है कि कोरोना गाइड लाइन का पालन होना चाहिये । क्योंकि कोरोना के कहर से देश ने बड़ी तबाही देखी है। अभी छठ पूजा को लेकर लगभग एक महीने का समय है। जरूर कोई रास्ता निकलेंगा।ऐसे में छठ पूजा को लेकर सियासत करना ठीक नहीं है।