पंजाब कांग्रेस में चुनाव प्रचार समिति की पहली ही बैठक काफी हंगामेदार रहने से साफ़ हो गया है कि पंजाब कांग्रेस में चीजेँ अभी पूरी तरह पटड़ी पर नहीं आये हैं। सुनील जाखड़ की अध्यक्षता में बनी कमेटी की बुधवार को हुई इस बैठक से पहले कयास थे कि जाखड़ नाराज हैं और वे यह पद ग्रहण करेंगे भी या नहीं। हालांकि, यह अटकलें गलत साबित हुईं और उन्होंने कल बैठक की जिससे साफ़ हो गया कि वह नाराज नहीं हैं।
इस बैठक में आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गयी। बैठक में आने वाले विधानभा चुनाव को लेकर सभी नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे। चुनाव प्रचार समिति का गठन हाल में कुछ अन्य समितियों के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने किया था। उस समय ऐसा लग रहा था कि जाखड़, जिन्हें चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, पार्टी से नाराज हैं। हालांकि, आज उनके इस समिति की बैठक की अध्यक्षता करने से जाहिर हो गया है कि शायद यह बात सही नहीं थी ।
हालांकि, आज की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने हाल में पूरे राज्य में लगे मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के चेहरे वाले पोस्टरों पर सख्त ऐतराज जता दिया। उनका कहना था कि ऐसे पोस्टर में एक व्यक्ति की जगह पार्टी को तरजीह मिलनी चाहिए। जानकारी के मुताबिक बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पूरे राज्य में मुख्यमंत्री के चेहरे वाले पोस्टर लगाने पर नाखुशी का इजहार किया।
जाखड़ ने मुख्यमंत्री चन्नी से अलग से भी बैठक की। बैठक में प्रचार समिति के अध्यक्ष जाखड़ के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और वरिष्ठ मंत्री परगट सिंह ने भी हिस्सा लिया। रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में सीएम चन्नी और पीसीसी प्रमुख सिद्धू के बीच मतभेद साफ़ तौर पर उजागर हुए। सिद्धू अभी भी दबाव वाली राजनीति खेल रहे हैं।
अभी तक पार्टी ने यह साफ़ नहीं किया है कि वह किसे मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर विधानसभा चुनाव में आगे करेगी। हालांकि, पार्टी के बड़े नेता यह संकेत ज़रूर कर चुके हैं कि वह तीन बड़े नेताओं सिद्धू, चन्नी और जाखड़ को साझे तौर पर आगे करके चुनाव लड़ेगी।