चांद पर जाने के लिए नासा ने जिन चार अंतरिक्ष यात्रियों को अपनी सूची में रखा है उसमें पहली बार एक महिला और अश्वेत को शामिल किया गया है। नासा ने 50 साल बाद ‘मिशन मून’ की घोषणा की है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का यह मिशन साल अगले साल के आखिर में या 2025 की शुरुआत में लांच होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस बार जिस महिला को चांद पर जाने के लिए चुना गया है उनका नाम क्रिस्टीना कोच हैं जो पेशे से इंजीनियर हैं। कोच मिशन के लिए नियुक्त पहली महिला अंतरिक्ष होंगी।
इसके अलावा विक्टर ग्लोवर पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री होंगे। अन्य दो अंतरिक्ष यात्री रीड विस्मैन और जेरेमी हैनसेन हैं। क्रिस्टीना कोच के नाम किसी महिला के सबसे लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड है। उन्होंने पहली ऑल-फीमेल स्पेसवॉक में भाग लिया।
उधर विक्टर ग्लोवर, जिन्हें नासा ने आर्टेमिस I के पायलट के रूप में नामित किया है, वह चंद्र मिशन पर भेजे जाने वाले पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री होंगे। जेरेमी हैनसेन, एक रॉयल कैनेडियन वायु सेना के कर्नल और मिशन विशेषज्ञ के रूप में चांद पर जाने के लिए चुने गए पहले कैनेडियन हैं। इस अभियान में शामिल 47 साल के रीड वाइसमैन यूएस नेवी में पायलट हैं।