ग्रेटर नोएडा में दो इमारतें गिरीं, ५० लोग दबे, तीन शव मिले

ग्रेटर नॉएडा (वेस्ट) के थाना बिसरख इलाके के शाहबेरी गांव में मंगलवार देर रात एक निर्माणाधीन छह मंजिला इमारत साथ लगती चार मंजिला इमारत पर गिर गई। इस हादसे में ५० लोगों के दबने का आशंका है। अब तक तीन शव निकाले जा चुके हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और दबे लोगों का जीवन बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। इस मामले में बुधवार सुबह बिल्डर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार करने की सूचना है।

मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों इमारतानो में एक दर्जन से ज्यादा परिवार रह रहे थे। छोंकी इमारत का निर्माण चल रहा था उसमें बड़ी संख्या में मजदूर भी थे। अभी तक की ख़बरों के मुताबिक कमसे काम ५० लोगों के दबे होने की आशंका है। प्रशासन ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है की कितने लोग मलबे में दबे हो सकते हैं । हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गईं।

मलबे के पत्रों को तोड़कर भीतर घुसने का रास्ता बनाया गया है ताकि ज़िंदा लोगों को बचाया जा सके। यह हादसा मंगलवार रात करीब ९.३० का है। गली संकरी गली होने के कारण एनडीआरएफ की टीम और ऐम्बुलेंस को घटना स्थल तक पहुंचने में परेशानी आई। पहले 6 मंजिल की इमारत ढही जो कि एक निर्माणाधीन इमारत पर जा गिरी। इस इमारत के हर फ्लोर पर पांच फ्लैट थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकल प्रशासन को रहात कार्यों के निर्देश दिए हैं। आरोप है कि इसी जमीन पर अवैध बिल्डिंग का निर्माण सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा था। इमारत में घटिया निर्माण सामग्री लगाई गई और मानकों का उल्लंघन किया गया था जिसके चलते बिल्डिंग भरभराकर गिर गई। हादसे के वक्त बिल्डिंग में कई मजदूर मौजूद थे।

इमारतों के गिरते ही के वहां भगदड़ मच गई। आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे और दबे हुए लोगों की निकालने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि मलबे में काफी लोग दबे हुए हैं। इसमें कई लोगों की मौत की आशंका भी जताई जा रही है।

सरकारी अधिकारीयों ने कहा कि अभी यह कहना मुश्किल है कि कितने लोग मलबे में हो सकते हैं। आसपास के लोगों से बातचीत के आधार पर माना जा रहा है कि कमसे काम ५० लोग दबे हो सकते हैं। एनडीआरएफ की टीम बचाव काम में जुटी है।