प्रतिभा की कमी किसी में नहीं है। खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन के साथ परिश्रम करने की जरूरत होती है और कोई भी चैंपियन खिलाड़ी अपने देश के लिए खेल सकता है। सरकारों और संस्थानों को चाहिए कि खिलाडिय़ों को उचित मौका मुहैया कराएं। हॉकी के पूर्व कप्तान जफर इकबाल ने कहा कि अन्य देशों में जो छात्र खेलों में रुचि रखते हैं उनको शिक्षा और नौकरी में विशेष प्राथमिकता दी जाती है। अपने देश में भी ऐसा किया जाना चाहिए।
हॉकी के मशहूर खिलाड़ी जफर इकबाल पिछले दिनों नई दिल्ली के संगम विहार स्थित हमदर्द पब्लिक स्कूल में आयोजित ‘सैयद हामिद मेमोरियल टूर्नामेंट’ के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस दौरा हमदर्द शिक्षण समाज के सचिव सैयद समर हामिद और हमदर्द पब्लिक स्कूल की मैनेजर जकिया माजिद सिद्दीकी व हमदर्द पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल सहर सैयद मौजूद रहीं।
इस दौरान सैयद समर हामिद ने बताया कि जफर इकबाल ने कैसे हॉकी में देश को चैंपियन बनाया। उन्होंने यादें ताजा करते हुए कहा कि मॉस्को ओलंपिक 1980 में स्वर्णपदक इन्हीं के नेतृत्व में जीता था। देश का नाम रोशन करने में जफर इकबाल का बड़ा योगदान है। जफर को पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। इस दौरान खेल और एक्सरसाइज से होने वाले फायदों पर भी प्रकाश डाला गया कि कैसे युवा अपने आपको फिट रख सकते हैं।