चीन से फैला कोरोना वायरस दुनिया भर को भयभीत कर रहा है। डॉक्टर और चिकित्सा विशेषज्ञ इस नयी बीमारी का इलाज ढूँढने में जुटे हैं। िफलहाल इसकी सटीक दवा बनाने में किसी को भी सफलता नहीं मिली है, लेकिन मरीज़ों को खास चिकित्सा दी जा रही है, ताकि इस वायरस को बढऩे से रोका जा सके। फिर भी इस वायरस ने बढऩा शुरू कर दिया है। चीन में इस वायरस से संक्रमित सबसे ज़्यादा लोग हैं। कोरोना वायरस की दहशत इस कदर बढ़ गयी है कि भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय सजग हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, देश में 5123 से अधिक लोगों को संक्रमण की आशंका वाले घरों को निगरानी में रखा गया है। समस्या यह है कि इस खतरनाक वायरस से निजात पाने के लिए दुनिया के अनेक बड़े डॉक्टर और चिकित्सा विशेषज्ञ और वैज्ञानिक लगे हुए हैं, लेकिन अभी तक कोई ऐसी वैक्सीन नहीं बन सकी है, जो इस वायरस को खत्म कर सके। डॉक्टर इसके लक्षणों के आधार पर दूसरी ज़रूरी दवाओं से मरीज़ों का इलाज कर रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मनी के कुछ वैज्ञानिकों व चिकित्सकों ने इसकी वैक्सीन का फॉर्मूला बनाने में कुछ सफलता हासिल की है। इसकी आधिकारिक दवा का ऐलान जल्द ही किया जा सकता है। इधर भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आईपीसी यानी प्रयोगशाला जाँच, निगरानी, संक्रमण रोकथाम व नियंत्रण और जोखिम संचार सम्बन्धी विभागों को आवश्यक निर्देश जारी किया हैं। इसके साथ ही सामुदायिक निगरानी के लिए एकीकृत बीमारी निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) बनाया गया है।
5 फरवरी तक की रिपोर्ट की मानें, तो अकेले चीन में कोरोना से प्रभावित लोगों की संख्या पाँच चार हज़ार से अधिक हो सकती है। साथ ही चेतावनी दी है कि इससे जल्द से जल्द निपटा जाए अन्यथा यह वायरस चीन के साथ-साथ अधिकतर देशों में फैल जाएगा। चिकित्सा विशेषज्ञों की चेतावनी के बाद चीन में लोगों के आने-जाने पर रोक लगायी जा रही है। स्वास्थ्य संगठन ने यह भी माना है कि कोरोना वायरस पूरी दुनिया में पाँव पसार रहा है और इसे रोकना बहुत ज़रूरी है। अभी तक 10 देशों में कोरोना वायरस फैलने की पुष्टि की जा चुकी है।
लग सकता है स्वास्थ्य आपातकाल
चीन में कोरोना वायरस से बढ़ती पीढि़तों की संख्या और मरते लोगों पर चिन्ता जताते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने विश्व भर की सरकारों के साथ-साथ चिकित्सकों और लोगों से भी सावधानी बरतने की अपील की है। फिलहाल चीन में आपात स्थिति की घोषणा की है। बाकी दुनिया के लिए अभी खतरा कम बताया है।
हालाँकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह भी कहा है कि जल्द ही विश्व स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की जा सकती है। क्योंकि इस तरह की घोषणा होने पर कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयास तेज़ होंगे।
चीन गये लोगों की जाँच
भारत में हाल ही में हुई एक समीक्षा बैठक में तय किया गया है कि 15 जनवरी के बाद चीन जाने वाले हर व्यक्ति की जाँच की जाए। इतना ही नहीं ज़रूरत पड़े, तो ऐसे व्यक्ति को निगरानी में रखा जा सकता है। इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, उड्डयन मंत्रालय, गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के अधिकारी और विशेषज्ञ मौज़ूद थे। दिल्ली में केंद्रीय सचिव राजीव गाबा ने समीक्षा बैठक में कहा कि केंद्र सरकार ने चीन के लिए नये पर्यटन सुझाव जारी करके भारतीयों से चीन न जाने को कहा है। बैठक में बताया गया कि विदेश मंत्रालय ने चीन में रहने वाले भारतीय मंत्रालय के द्वारा हॉटलाइन नम्बर 86-186-10952903, 86-186-12083629 और ई-मेल ठ्ठष्श1२०१९ञ्चद्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व जारी की गयी है। इसके साथ ही स्वास्थ्य सहायता के लिए 24 घंटे सेवा वाला हेल्पलाइन नम्बर +91-11-23978046 जारी किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि कोई भी ऐसा भारतीय व्यक्ति जो चीन में रहता है, इन नम्बरों या ईमेल आईडी पर सहायता अथवा जानकारी के लिए सम्पर्क कर सकता है।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की जाँच के लिए पिछले सप्ताह तक 741 लोगों की जाँच की जा चुकी थी। इनमें से एक दर्जन लोग इस वायरस से पीडि़त पाये गये, जबकि 738 लोग स्वस्थ पाये गये। केरल के 2,421 लोगों को निगरानी में रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि इनमें से 100 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों के आईसोलेशन वार्ड में रखा गया था। उनकी निगरानी की गयी। सूत्रों की मानें, तो भारत में 12 लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया है, जिनमें से सबसे ज़्यादा सात मरीज़ केरल के हैं। वहीं मुम्बई के तीन मरीज़ हैं, जबकि हैदराबाद का एक और बेंगलूरु का एक मरीज़ है। हालाँकि केरल की पहली महिला मरीज़ स्वस्थ्य निकली है और बाकी में भी वायरस की पुष्टि के संकेत कम हैं। पिछले सप्ताह स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अभी तक अलग-अलग देशों से आ रहे 96 यात्री विमानों से आये लोगों की जाँच की गयी है। इन विमानों में सवार सभी 20 हज़ार 844 यात्रियों में कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं हुई है।
चीन में मर चुके हैं 2000 लोग
कोरोना वायरस पीडि़तों के चीन में अब तक सबसे ज़्यादा मामले सामने आये हैं। इतना ही नहीं, चीन में हाल ही में एक ही दिन में 73 लोगों की मौत हो गयी। चीन के सरकारी आँकड़ों के अनुसार, वहाँ अब तक 2000 से अधिक लोगों की मौत कोरोना वायरस की चपेट में आने से हो चुकी है। इसके साथ ही इस वायरस से संक्रमित मरीज़ों की संख्या 70,021 तक पहुँच चुकी है। चीन से जारी सूत्रों की मानें एक ही दिन में 73 मेें 70 लोगों की मौत चीन के हुबेई राज्य की राजधानी वुहान में हुई। सूत्रों की मानें, तो चीन में पिछले एक सप्ताह में 5,328 नये संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। इनमें से अकेले हुबई राज्य के 2,987 मामले हैं। बताया जा रहा है कि चीन में कोरोना वायरस से पीडि़तों में तीन हज़ार से अधिक लोग गम्भीर हैं।
कोरोना से पीडि़त मिला नवजात
चीन में कोरोना वायरस इस कदर फैल चुका है कि वहाँ के वुहान शहर में 5 जनवरी को एक नवजात कोरोना वायरस के पीडि़त मिला है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नवजात में जन्म के 30 घंटे बाद कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। चीन के चिकित्सक इस बात की जाँच में जुटे हैं कि इस नवजात में गर्भकाल से ही संक्रमण था या पैदा होने के बाद संक्रमण फैला। नवजात के संक्रमित पाये जाने के बाद उसकी माँ की जाँच की गयी, तो वह भी कोरोना पोजोटिव पायी गयी। नवजात में कोरोना वायरस पाये जाने से चीन में हड़कंप है।
चमगादड़ खाने से फैला कोरोना
चीन से फैला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में पैर पसारता जा रहा है। केरल में इससे पीडि़त सात लोगों की पष्टि हो चुकी है। िफलहाल पूरी दुनिया की नज़रें इस बात पर टिकी हुई हैं कि आिखर इस वायरस के फैलने का कारण क्या है? सूत्रों की मानें तो परीक्षण में पता चला है कि यह वायरस चीन की एक लड़की के चमगादड़ खाने से फैला है। इस बात की पुष्टि चीन से जारी एक वीडियो से की जा रही है। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में यह दावा किया जा रहा है कि चीन की एक लड़की के चमगादड़ के खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण फैला है। इस मामले में यूके के प्रसिद्ध अखबार डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की के द्वारा चमगादड़ खाते और उसका सूप पीते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है। अखबार में प्रकाशित खबर की मानें तो यही लड़की कोरोना की पहली संक्रमित मरीज़ थी और इसी से यह वायरस तेज़ी से फैल गया। वहीं, चीन के वैज्ञानिक ने दावा किया है कि साँप और चमगादड़ खाने से कोरोना का संक्रमण फैला है। चीन के अन्य वैज्ञानिकों ने भी यही बात मानी है। बता दें कि कोरोना सबसे अधिक चीन के वुहान शहर में फैला है। बताया जा रहा है कि वहाँ के बाज़ार में चमगादड़, साँप, मैरमोट्स, अनेक प्रकार के पक्षी, खरगोश व अन्य कई प्रकार के वन्य जीव बिकते हैं, जिन्हें चीन के लोग खाते हैं।
यूरोप तक पहुँचा संक्रमण
कोरोना वायरस एशियाई देशों के अलावा यूरोपीय देशों तक पहुँच चुका है। सूत्रों की मानें तो फ्रांस में भी तीन लोग कोरोना वायरस से पीडि़त मिले हैं। वहाँ पहला मामला साउथ वेस्टर्न सिटी में सामने आया, जबकि दूसरे मामले की पुष्टि पेरिस में हुई। बताया जा रहा है कि तीसरा संक्रमित व्यक्ति दूसरे संक्रमित का रिश्तेदार है।
क्या है कोरोना वायरस?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें, तो कोरोना वायरस विषाणुओं की एक प्रजाति है, जो जानवरों से इंसानों में आया है। यह वायरस साँप, चमगादड़ से लेकर ऊँट और बिल्ली जैसे जानवरों में भी पनपने लगा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है।
कोरोना के लक्षण
कोरोना वायरस के लक्षण सामान्य वायरल की तरह ही हैं। इससे पीडि़त को खाँसी, जुकाम होने के साथ-साथ उसके गले में दर्द होता है, और साँस लेने में तकलीफ होती है। इसके अलावा उसे बुखार भी रहता है। समय से इलाज न होने पर इसके लक्षण निमोनिया में बदल जाते हैं और किडनी तथा फेफड़ों में संक्रमण पैदा करके नुकसान पहुँचाते हैं।
बचाव के उपाय
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सलाह दी है कि किसी भी संक्रमित व्यक्ति को सबसे पहले डॉक्टर के पास ले जाएँ। लेकिन यदि कोई व्यक्ति मरीज़ नहीं भी है, तो भी वह साबुन से हाथ धोये। सम्भव हो तो अल्कोहल युक्त हैंड रब हाथ साफ करे। यदि किसी को खासी अथवा छींक आती है, तो मुँह और नाक को ढककर खाँसे या छींके।
जिन लोगों को सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके सम्पर्क से बचें। अच्छी तरह पका हुआ ही भोजन करें। खासकर साँस और अण्डे आदि अच्छे से पकाएँ।
भारत को होगा करोड़ों का नुकसान
दुनिया भर में कोरोना वायरस का खौफ इस कदर फैल चुका है कि इसका असर कारोबार पर पडऩे लगा है। भारत के औद्योगिक जगत को भी इसने अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है। भारत में गुजरात राज्य का सूरत शहर इससे खासा प्रभावित हो रहा है। सूत्रों की मानें तो कोरोना वायरस के चलते अगले दो महीने में सूरत के हीरा कारोबार को 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है। भारत के इस बेहतरीन कारोबार के ठप होने की वजह हांगकांग में स्वास्थ्य आपातकाल लागू होना बताया जा रहा है। बता दें कि चीन के हांगकांग को सूरत से बड़े स्तर पर हीरा निर्यात होता है। लेकिन वहाँ बाज़ार बन्द होने से हीरा कारोबार पर खराब असर पडऩे लगा है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अगर अगले दो माह भी हीरे का निर्यात नहीं होता है, तो भारत को 8,000 करोड़ का नुकसान होगा। जेम्स एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिनेश नवादिया ने कहा है कि हर साल तकरीबन 50,000 करोड़ रुपये का पॉलिश हीरा हांगकांग के लिए निर्यात होता है। दिनेश नवादिया ने बताया कि भारत में जितना हीरा आयात होता है, उसमें से 99 फीसदी हीरों पर सूरत में ही पॉलिश का काम होता है।
एक सप्ताह में 140 बिलियन डॉलर का नुकसान
कोरोना वायरस के कारण चीन बड़े नुकसान में है। सूत्रों की मानें तो चीन को 5 जनवरी तक केवल एक सप्ताह में 140 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका था। चीन के मुताबिक, कोरोना वायरस का कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है। चीन में लूनर न्यू ईयर के बाद आमतौर पर लोग छुट्टी मनाने निकलते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के संक्रमण के भय से लोग घरों से निकलना भी पसंद नहीं कर रहे हैं, जिसका असर बिजनेस पर पड़ गया। 2019 में इस त्योहार के दौरान होने वाला खर्च एक ट्रिलियन युआन (143 बिलियन डॉलर) था। लेकिन इस साल इस त्योहार पर कारोबार बिल्कुल ठप रहा है। इस वायरस का सबसे ज़्यादा असर पर्यटन, मनोरंजन, रिटेलिंग और रेस्तरां पर हुआ है। बताया जा रहा है कि वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने इन पर रोक लगा दी है।
दिल्ली के बाज़ारों में चीन के सामान पर लग रहा ग्रहण
कोरोना वायरस के प्रकोप का असर दिल्ली-एनसीआर के बाज़ारों पर पड़ रहा है। यहाँ चीन का सामान आना कम हुआ है, वहीं लोग भी वहाँ की चीज़ों को खरीदने से कतरा रहे हैं। आलम ये है कि होली के पहले पिचकारी, रंग, खिलौने और अन्य सजावट के चीन के सामान से बाज़ार भरे नज़र आते थे, लेकिन इस बार बहुत कम सामान बाज़ारों तक पहुँच पाया है। तहलका संवाददाता ने दिल्ली के चाँदनी चौक, सदर बाज़ार, सरोजनी नगर मार्केट और नोएडा, ग्रेटर नोएडा के ऐच्छर मार्केट में दुकानदारों, ग्राहकों से बात की। लोगों ने बताया कि वैसे ही आर्थिक मंदी के चलते मार्केट की हालत खस्ता है। कोरोना वायरस का लोगों में खौफ है, जिससे चीन का सामान कम बिक रहा है और कम आ भी रहा है। यह सामान छोटे दुकानदारों तक कम पहुँच पा रहा है। बड़े दुकानदारे औने-पौने दाम में सामान बेच रहे हैं।
दिल्ली कुछ व्यापारी संगठनों का कहना है कि चीन का सामान न बिकने से स्वदेशी सामान की बिक्री बढ़ रही है। इससे देश की आर्थिक स्थिति को मज़बूत होगी है।
चीन के सामान की दिल्ली में होने वाली बिक्री का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि चाँदनी चौक को कुछ व्यापारी चाइना चौक के नाम से पुकारते हैं; क्योंकि यहाँ से पूरे देश में चीन का सामान जाता है। यहाँ के दुकानदारों का कहना है कि फरवरी से होली के निकट आते ही खरीददारों का तांता लगा रहता था; पर अब कोरोना वायरस के डर से व्यापारी कम आ रहे हैं। चाँदनी चौक के व्यापारी रमेश का कहना है कि चीन ने खुद कोरोना वायरस के डर से वहाँ की अनेक फैक्ट्रियाँ बन्द कर दी हैं, जिससे उत्पादन घट गया है। इससे दिल्ली के बाज़ारों में 30 फीसदी बिक्री घटी है। फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश कुमार यादव का कहना है कि हर साल होली पर त्योहारी सामान और खिलौनों की माँग बढ़ जाती थी, पर इस बार मंदी है। 20 फीसदी की दर से सामान बेचना पड़ रहा है। उन्होंने कहा यह चिन्ताजनक है। वहीं नोएडा के व्यापारी भी इसी तरह परेशान हैं। राजीव दुबे