कोरोना वायरस के संकट और सवा महीने से चल रहे लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 01 मई को भी एक बैठक बुलायी है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली यह बैठक काफ़ी अहम बतायी जा रही है। दरअसल, यह लॉकडाउन के दूसरे चरण के ख़त्म होने से पूर्व लॉकडाउन की समीक्षा बैठक है।
विदित हो कि लॉकडाउन का यह दूसरा चरण रविवार यानी 3 मई को ख़त्म होने जा रहा है। वहीं देश में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है, जिसके मरीज़ों का आँकड़ा 35 हज़ार से ऊपर जा चुका है। केंद्र सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनकर खड़ा कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण है, जिसे रोकना अति आवश्यक है। ऐसे ही कुछ पहलुओं पर प्रधानमंत्री ने बैठक से पहले सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात भी बातचीत की।
बैठक में कोरोना वायरस से निपटने की रणनीति में कुछ बदलाव के संकेत दिये गये हैं। बता दें कि लॉकडाउन खोलने के लिए देश को तीन जोन में बाँटा जा चुका है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे ग्रीन जोन और रेड जोन के हिसाब से बाँटा है और इन जोनों की लिस्ट नये पैमाने के आधार पर जारी की है। 3 मई के बाद की लिस्ट के लिए 130 ज़िले रेड जोन में, 284 ज़िले ऑरेंज जोन में, जबकि 319 ज़िले ग्रीन जोन में रखे गये हैं। ख़ास बात यह है कि देशभर के सभी मेट्रो शहर रेड जोन में ही रहेंगे। वहीं, ग्रीन जोन में उन ज़िलों को रखा गया है, जहाँ 21 दिन से कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई नया मामला नहीं आया है। इससे पहले उन ज़िलों को ग्रीन जोन में रखा गया था, जहाँ 28 दिन से कोरोना वायरस के संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया था। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेल मंत्री पीयूष गोयल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत ख़ास अधिकारी मौजूद रहे।