कोरोना महामारी में चुनाव में लापरवाही से बढ़ सकते है मामले

लोकतंत्र में चुनाव एक उत्सव की तरह होता है। लेकिन महामारी के दौर में चुनाव जरूर हमें विचलित करते है। मौजूदा समय में कोरोना महामारी भारत में एक आपदा का रूप लिये हुये है। देश में हर रोज कोरोना के मामले बढ़ रहे है। मौते भी हो रही है। ऐसे में मध्य-प्रदेश उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा आर-पार की तर्ज पर जो सियासत कर रही है। उसे इस महामारी के दौर में सही नहीं ठहराया जा सकता है। क्योंकि 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने है।

राजनीतिक पार्टियां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रही है। प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान से लेकर मंत्रियों और विधायकों तक को कोरोना हो चुका है। कुछ तो विधायक अभी भी कोरोना का इलाज अस्पताल में करवा रहे है। फिर भी कार्यकर्ता बड़े पैमाने पर मीटिंग कर रहे है। तहलका संवाददाता को मुरैना के नेता ने बताया कि जब से भाजपा में ज्योतारादित्य सिधिंया गये है तब से भाजपा बड़े उत्साह के साथ कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे है। यही हाल कांग्रेस के नेताओं का है। कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि उपचुनाव में कोरोना महामारी को रोकने में केन्द्र और प्रदेश सरकार असफल हो गयी है । इसी मुद्दे पर जनता का सरकार के प्रति काफी रोष है।

खेर कुछ भी हो कोरोना को नजरअंदाज करके चुनाव में जो लापरवाही होगी । उससे जरूर देश में कोरोना का कहर बढ़ सकता है।